KANPUR : सेंट्रल स्टेशन में शुक्रवार को एक पैंसेजर की रेलवे प्रशासन और डॉक्टर की लापरवाही से मौत हो गई। पैसेंजर पानी बोतल में पानी भरकर ट्रेन पर चढ़ रहा था कि वो पैर फिसलने से ट्रेन के नीचे चला गया। जिसे देख अन्य यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका। जिसके बाद युवक को बाहर निकाला गया। वो एक घंटे तक प्लेटफार्म में पड़ा तड़पता रहा। पत्नी उसको बचाने के लिए गुहार लगाती रही, लेकिन रेलवे प्रशासन की लापरवाही से डॉक्टर वहां नहीं पहुंचा। जिससे उसकी मौत हो गई।

बिहार में रहने प्रभुनाथ भगत दुकानदार है। वो पत्नी लगनी के साथ अहमदाबाद गोरखपुर एक्सप्रेस से सफर कर रहा था। सेंट्रल पर ट्रेन के रुकने पर प्रभुनाथ पानी भरने के लिए उतरा था। उसने प्लेटफार्म पर पानी भर रहा था कि तभी ट्रेन चल दी। जिसे देख वो भागकर बोगी पर चढ़ने की कोशिश करने लगा, लेकिन इसी बीच उसका पैर फिसल गया और वो ट्रेन की चपेट में आ गया। जिसे देख यात्रियों चेन पुलिंग ट्रेन को रोक दिया। आनन फानन में यात्रियों ने उसे बाहर निकाला। वो एक घंटे तक प्लेटफार्म पर तड़पता रहा, लेकिन न तो रेलवे प्रशासन ने उसके हास्पिटल भेजने के लिए एम्बुलेंस भेजने का इंतजाम किया और न ही डॉक्टर को बुलाया। उसकी पत्नी मदद के लिए रेलवे कर्मी, जीआरपी, आरपीएफ और अन्य यात्रियों से मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की और उसके सामने प्रभुनाथ की मौत हो गई।

Posted By: Inextlive