- ऑनलाइन एग्जाम कराने में असमर्थता जता चुके हैं कई प्रिंसिपल - स्कूलों में स्टूडेंट्स की कम संख्या बड़ा कारण

KANPUR: सीबीएसई बोर्ड एक साल में दो बार प्री-बोर्ड एग्जाम कराने का फैसला कर चुका है.अ वहीं यूपी बोर्ड की हालत ऐसी है कि जनवरी बीतने को हैं लेकिन अभी तक प्री-बोर्ड एग्जाम सिर्फ 10 परसेंट स्कूलों में कराने की तैयारी है। ज्यादार स्कूलों के प्रिंसिपल का कहना है कि भले ही सरकार ने स्कूल खोल दिए हैं, नौवीं से 12वीं क्लास के स्टूडेंट आ भी सकते हैं लेकिन स्टूडेंट्स की प्रजेंस 25 से 30 परसेंट ही है। स्टूडेंटस की इतनी कम संख्या में एग्जाम कराना कैसे संभव है।

ऑनलाइन में मूल्यांकन संभव नहीं

खालसा इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल हेमराज सिंह गौर ने कहा कि ऑनलाइन एग्जाम कराने में मूल्यांकन का काम नहीं हो पाएगा। वहीं तमाम छात्र ऐसे हैं, जो ऑनलाइन स्टडी ही नहीं कर पा रहे तो एग्जाम कैसे देंगे। इसके अलावा ऑनलाइन एग्जाम कराने को लेकर टीचर्स को भी किसी तरह की ट्रेनिंग नहीं दी गई है।

छात्रों की संख्या बेहद कम होने के कारण फिलहाल 90 परसेंट स्कूलो में प्रीबोर्ड एग्जाम कराने को लेकर कोई तैयारी नहीं हैं। हालांकि एग्जाम जरूर कराए जाएंगे।

डॉ। गिरीश मिश्रा, अध्यक्ष, यूपी प्रिंसिपल काउंसिल

Posted By: Inextlive