शहर में प्री मानसून सा नजारा दिख रहा है दिन भर बदली छाई रही और बादल घुमड़ रहे हैं. एक तरफ मौसम खुशनुमा हो गया है वहीं दूसरी तरफ लोगों के लिए सिरदर्द भी साबित हो सकता है. कारण मानसून के दौरान होने वाले जलभराव से शहर के कई हिस्से डूब जाते हैं. अधिकारी अगर अभी भी न जागे तो शहर टापू में तब्दील हो जाएगा. 15 जून तक शहर के सभी नालों की सफाई होनी है लेकिन अभी तक महज 15 प्रतिशत सफाई ही हो पाई है.

कानपुर (ब्यूरो) सिटी के अलग-अलग एरिया में 1471 छोटे बड़े नाले हैं। इनमें से कई नाले हर साल मानसून की बरसात में जलभराव की कारण बनते हंै। क्योंकि समय रहते नालों की सफाई नहीं हो पाती है। हर बार की तरह इस बार भी ज्यादातर नालों में सिल्ट अटकी पड़ी है। इतने कम समय में नाला सफाई कर पाना एक बड़ी चुनौती है।

फरवरी में शुरू होती सफाई
अक्सर देखा गया है कि फरवरी से बड़े नालों की सफाई शुरू हो जाती है, विधानसभा और एमएलसी चुनाव के चलते काम में लेटलतीफी हो गई है। जिस कारण तकरीबन 80 फीसदी सफाई कार्य पेंडिंग पड़ा है। हालांकि काम में ढिलाई को लेकर नगर आयुक्त के आदेश पर कई अधिकारियों समेत कर्मचारियों पर गाज गिर चुकी है।

हल्की बारिश से खुली पोल
सिटी में एक तरफ जहां नालों की सफाई का कार्य तेजी से चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ कई नाले अभी भी ओवरफ्लो हैं। ताजा मामला खाड़ेपुर स्थित योगेन्द्र विहार का था, यहां पर हल्की बारिश से ही नालों का पानी लोगों के घरों तक घुस गया था, वहीं, वार्ड-2 के पार्षद शैलेश ने बताया कि उनके वार्ड में आए दिन ओवरफ्लो की समस्या रहती है। काम तो हो रहा है लेकिन काफी धीमी गति से अगर बारिश शुरू हो गई तो लोगों के लिए मुसीबत बन जाएगा।

नगर आयुक्त ने दिए ये आदेश
- 15 जून तक हर हाल में नाला सफाई
- कमेटी की तरफ से सभी नालों का सत्यापन
- जलभराव वाली जगह को चिन्हित कर सफाई कार्य
- नाला सफाई कार्य के लिए एक डिजिटल डायरी हो
- डायरी में सभी नालो की सफाई की डिटेल हो

कांट्रैक्ट पर साफ होने वाले नाले
166 नाले कुल
128117 मीटर नाले की लंबाई
06 नालो की हुई सफाई
155 सफाई प्रगति पर
06 नालों की सफाई शुरू नहीं हुए

मशीन से साफ हो रहे नाले
99 कुल नाले
99361 मीटर नाले की लंबाई
39 नालों की हुई सफाई
54 नाला सफाई कार्य प्रगति पर
07 अभी शुरू नहीं हुए

नगर निगम में दर्ज करवाएं शिकायत
- 0512-2526004
- 0512-2526005
- 18001805124
- 8601801104

Posted By: Inextlive