- कोविड हॉस्पिटल्स की मनमानी पर खाकी लगाएगी लगाम

- हॉस्पिटल में एडमिट होते ही पुलिस को भेजी जाएगी पेशेंट की पूरी रिपोर्ट, परिजनों को फोन कर पुलिस लेगी जानकारी

- इलाज में लापरवाही, ओवरचार्जिग की शिकायत मिलने पर एपिडमिक एक्ट में होगी कार्रवाई, एलआई को भी किया अलर्ट

KANPUR: हैलो, मैं डीसीपी बोल रहा हूं। क्या आपका पेशेंट क्या इस हॉस्पिटल में एडमिट है? उसके ट्रीटमेंट में कोई असुविधा तो नहीं हो रही है? इलाज कौन डॉक्टर कर रहे हैं? अस्पताल के स्टाफ से आप संतुष्ट हैं या नहीं? आपसे कोई ओवरचार्ज तो नहीं किया जा रहा। खर्च के प्रॉपर बिल दिए जा रहे हैं या नहीं? अगर आपके पास कोई इस तरह का कोई फोन आए तो चौंकिएगा नहीं। कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के ऑफिसर्स कोविड हॉस्पिटल में एडमिट पेशेंट्स के तीमारदारों से बात कर उनकी परेशानी जान रहे हैं। प्राइवेट कोविड हॉस्पिटल्स की मनमानी, ओवचार्जिग की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद शासन ने पुलिस को हॉस्पिटल्स की मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। थर्सडे से पुलिस ने प्रॉसेस शुरू कर दिया है।

मेमो जाएगा संबंधित थाने

दरअसल अभी तक हादसे में घायल या मृत लोगों की जानकारी संबंधित नर्सिंग होम, निजी अस्पताल और सरकारी अस्पताल से संबंधित थाने जाते थे। जिससे पुलिस को हादसे की जानकारी होती थी। आपदा के दौरान भर्ती किए गए मरीजों की पूरी डिटेल भर्ती होने के कुछ घंटों बाद ही थाने को भेजी जाएगी। थाने से ये डिटेल ऑनलाइन प्रोफार्मा में भरकर सीनियर ऑफिसर्स को भेजी जाएगी। सीनियर ऑफिसर्स जिसे अप्वाइंट करेंगे, वह पुलिसकर्मी पेशेंट के परिवार वालों से बात करने के बाद जानकारी अधिकारियों तक भेजेगा। अगर परिजन किसी प्रकार की शिकायत करते हैं तो उसकी हकीकत जांचकर कार्रवाई की जाएगी। इसे पुलिस अधिकारी लगातार तब तक फॉलो करेंगे, जब तक मरीज डिस्चार्ज नहीं हो जाएगा।

सीएम पोर्टल पर शिकायतें

सीएम पोर्टल पर कई प्राइवेट हॉस्पिटल्स में ओवरचार्जिंग और पेशेंट के साथ आईसीयू में लापरवाही और मरीज के तीमारदारों को परेशान करने की शिकायतें लगातार आ रही थीं। आपदा के दौरान जीवन रक्षक दवाओं के नाम पर लगातार वसूली की शिकायतें भी सीएम पोर्टल पर पहुंची हैं। जिसे संज्ञान में लेने के बाद ये डिसिजन लिया गया है।

प्रबंधकों के साथ मीटिंग

पुलिस के सीनियर ऑफिसर्स अस्पताल प्रबंधकों के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे। जिसमें उन्हें सीएम ऑफिस की तरफ से जारी गाइडलाइन की जानकारी दी जाएगी। इसके बाद इस प्लान को पूरे जिले में शुरू किया जाएगा। अधिकारियों की मानें तो कई शिकायतें उनके पास भी आ रही थीं, जिन्हें वे अपने स्तर से सॉल्व कर रहे थे। लेकिन शासन से आदेश आने के बाद पुलिस ने इस पर प्लान बनाकर काम शुरू कर दिया है। इस काम में एलआईयू को भी शामिल किया गया है।

ओवरचार्जिग पर सख्ती

इस पूरे मामले में जो भी अस्पताल प्रबंधन दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ पुलिस आपदा प्रबंधन और एपिडमिक एक्ट के तहत कार्रवाई करेगी। ओवरचार्जिंग की शिकायतों पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है। साथ ही शासन से ये आदेश भी जारी किया गया है कि किसी भी हालत में कोरोना पेशेंट्स के तीमारदारों से अस्पताल प्रबंधन ओवर चार्ज न करें। बेड होने पर पेशेंट को किसी कीमत पर भर्ती होने से मना न करें।

क्या करें अटेंडेंट

पेशेंट के अटेंडेंट अस्पताल में भर्ती होने के दौरान अपनी सारी जानकारी अस्पताल के निर्धारित कागजों में भरे। कम से कम दो मोबाइल नंबर जरूर दें। अपने मरीज की हालत की पूरी जानकारी रखें। जिससे फोन आने पर आप अपने पेशेंट की पूरी जानकारी दे सकें। इसके बाद भी अगर अस्पताल प्रबंधन मनमानी करता है तो आप सीएम पोर्टल पर अपनी शिकायत कर सकते हैं।

इन शिकायतों पर होगा एक्शन

- दवाओं पर निर्धारित दाम से ज्यादा लेने पर

- ऑक्सीजन सिलेंडर पर ओवरचार्ज करने पर

- आईसीयू में इलाज के नाम पर मनमाना चार्ज

- कोरोना पेशेंट्स या तीमारदारों से अभद्रता

- इलाज संबंधित किसी अन्य शिकायत पर

- इलाज खर्च का प्रॉपर बिल न देने पर

गाइडलाइंस के मुताबिक ट्रीटमेंट न करने और अस्पताल प्रबंधन की मनमानी करने पर आप पुलिस से सीधे शिकायत कर सकते है। थाना पुलिस आपसे खुद संपर्क करेगी। डायल 112 नंबर पर ओवरचार्ज की शिकायत करें।

असीम अरुण, सीपी कानपुर

Posted By: Inextlive