राइट टू एजूकेशन आरटीई की मैपिंग में सिटी के प्राइवेट स्कूलों ने बेसिक एजूकेशन डिपार्टमेंट्स के साथ चीटिंग की है. शहर के कुछ स्कूल ऐसे हैैं जिन्होंने मैपिंग के समय स्कूल में प्री प्राइमरी क्लास की सीटों का ब्योरा दिया था. अब जब लॉटरी में बेसिक एजूकेशन डिपार्टमेंट ने बच्चों को स्कूल एलाट किए तो स्कूलों ने बताया कि वहां तो प्री प्राइमरी क्लास चलती ही नहीं हैं. ऐसे में वह एडमिशन नहीं ले सकते हैैं. एडमिशन न मिलने से परेशान गार्जियंस स्कूल बीईओ आफिस और बीएसए आफिस के चक्कर लगा रहे हैैं. हालांकि उनको प्राब्लम का साल्यूशन नहीं मिल पा रहा है. बताते चलें कि आरटीई में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में निशुल्क में एडमिशन मिलता है.

कानपुर (ब्यूरो) बेसिक एजूकेशन डिपार्टमेंट ने चीटिंग करने वाले जिले के दो स्कूलों का चिंहित कर लिया है। इसमेें से एक मैनावती मार्ग का महंगी फीस वाला बड़ा स्कूल है। वहीं दूसरा स्कूल किदवई नगर क्षेत्र में एक सोसाएटी की ओर से चलने वाला हैैं। इन दोनों स्कूलों को नोटिस भेजने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि स्कूलों पर फाइन भी लग सकता है।
1200 को ही मिला एडमिशन
आरटीई के तहत अभी तक दो राउंड की लाटरी निकल चुकी है, जिसमें पहले राउंड में 4190 और दूसरे राउंड में 2836 बच्चों को सेलेक्ट किया गया है। अभी तीसरे राउंड के एडमिशन के लिए आवेदन चल रहे हैं। अभी तक टोटल सेलेक्ट हुए 7026 बच्चों में महज 1200 को एडमिशन मिल पाया है।
स्कूलों की कहानी गार्जियंस की जुबानी
आरटीई में एडमिशन के लिए एलाटमेंट लेटर लेकर स्कूल पहुंचने पर स्कूल बहाने बाजी कर रहे हैैं। बीएसए आफिस शिकायत लेकर पहुंचे गार्जियन ने बताया कि वह साउथ के एक बड़े स्कूल में एलाटमेंट लेटर लेकर एडमिशन के लिए पहुंचे तो जवाब मिला कि अभी लिस्ट नहीं आई है बाद में आना। दोबारा जाने पर कहा गया कि अभी फीस देने वालों के एडमिशन हो रहे हैैं। सीटें बचेंगी तब एडमिशन दिया जाएगा। ऐसी शिकायतें लेकर रोजाना बीएसए आफिस पहुंचने वालों की संख्या 50 से ज्यादा है।
चुनाव की वजह से फंसे एलाटमेंट लेटर
बीएसए के सूत्रों ने बताया कि दूसरे चरण की लॉटरी में सेलेक्ट हुए कुछ बच्चे ऐसे हैैं, जिनके एलॉटमेंट लेटर अभी तक जारी नहीं हो पाए। चुनाव ड्यूटी में कर्मचारियों की ड्यूटी लगने की वजह से एलाटमेंट लेटर का काम रूका हुआ है। बताया जा रहा है कि नगर निकाय चुनाव की काउंटिंग के बाद ही एलॉटमेंट लेटर जारी हो पाएंगे।


दो स्कूल ऐसे मिले हैैं, जिन्होंने मैपिंग में प्री प्राइमरी क्लास संचालित होना बताया था। अब एलाटमेंट के बाद वह बता रहे हैैं कि प्री प्राइमरी क्लास उनके स्कूल में नहीं चलती हैैं। उनको नोटिस जारी किया जा रहा है।
सुरजीत कुमार सिंह, बीएसए

आरटीई में एडमिशन को लेकर स्कूलों का हर साल यही ड्रामा रहता है। एजूकेशन डिपार्टमेंट की मिलीभगत रहती है। आज तक बीते सालों में एडमिशन न लेने वाले किसी भी स्कूल पर एक्शन नहीं हुआ है।
अभिमन्यु गुप्ता, संयोजक, अभिभावक न्याय मोर्चा

Posted By: Inextlive