विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही चौबेपुर का बिकरू फिर से चर्चा में है. चुनाव में किसी भी प्रकार गड़बड़ी से बचने के लिए पुलिस बिकरू कांड से जुड़े आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है. पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में आरोपी बनाए गए सभी आरोपियों की संपत्तियों का मूल्यांकन शुरू कर दिया है. विकास दुबे के सबसे खास विष्णुपाल ङ्क्षसह उर्फ जिलेदार ङ्क्षसह की संपत्तियों का मूल्यांकन हो चुका है और उच्चाधिकारियों का निर्देश मिलते ही पुलिस उसकी अवैध संपत्तियों को जब्त कर लेगी.

कानपुर (ब्यूरो) दो जुलाई 2020 को बिकरू में कुख्यात विकास दुबे के घर दबिश डालने गई पुलिस टीम पर गांव में हमला हो गया था। इस हमले में बिल्हौर के तत्कालीन सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी विकास दुबे समेत छह हमलावरों को विभिन्न तारीखों व स्थानों पर हुई मुठभेड़ में ढेर कर दिया था।

चार दर्जन आरोपियों पर चार्जशीट
इस प्रकरण में अक्टूबर 2020 में पुलिस ने करीब चार दर्जन आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। बाद में बिकरू कांड से जुड़े 30 अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की। जिन 30 लोगों पर पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की है उनमें विकास दुबे का खजांची जय बाजपेयी भी शामिल है। थाना नजीराबाद से दर्ज गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में पहले ही जय बाजपेयी की संपत्ति पुलिस कुर्क कर चुकी है।

संपत्तियों का हो रहा आंकलन
थाना प्रभारी चौबेपुर कृष्ण मोहन राय ने बताया कि गैंगस्टर में आरोपी बनाए गए अभियुक्तों की संपत्तियों का आंकलन कराया जा रहा है, ताकि उनकी संपत्तियों को जब्त किया जा सके। जिलेदार ङ्क्षसह की संपत्ति का आंकलन लगभग पूरा हो चुका है। एक दो दिन में उसके द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति को सार्वजनिक करते हुए पुलिस जब्तीकरण की कार्रवाई करेगी। इसके अलावा गोङ्क्षवद सैनी और राजेंद्र मिश्रा के पास भी लाखों की अवैध संपत्तियों की जानकारी मिली है। जैसे-जैसे संपत्तियों का आंकलन होता जाएगा, जब्तीकरण भी होता जाएगा।

Posted By: Inextlive