-न्यायिक आयोग ने बिकरू पहुंचकर शुरू की मामले की जांच, हाईकोर्ट के रि। जज शशिकांत अग्रवाल ने ग्रामीणों से ली जानकारी

-डीएम, एसएसपी रहे मौजूद, एसआईटी के सामने एसओ बिठूर ने दर्ज कराए बयान, , घटना से जुड़े स्थान को बारीकी से दखा

KANPUR: स्टेट गवर्नमेंट की ओर से गठित एकल न्यायिक समिति जांच आयोग ने मंडे को पहुंचकर बिकरू गांव में घटनास्थल का निरीक्षण किया। गांव वालों से बातकर उस रात की पूरी कहानी सुनी और नोट किया। हाईकोर्ट से रिटायर जस्टिस शशिकांत अग्रवाल मंडे को गांव पहुंचे उनके साथ डीएम और एसएसपी भी मौके पर रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ है, वही उन्हें बताया जाए। पहले दिन से बिकरू का घटनाक्रम उनकी नजरों में है।

बारीकी से जुटाई जानकारी

जस्टिस ने गांव पहुंचकर सबसे पहले उस रास्ते को देखा जहां जेसीबी लगाकर रास्ता रोका गया था। इसके बाद प्रेमकुमार पांडेय के दरवाजे पहुंचे, जहां शिवराजपुर एसओ महेश व चौकी प्रभारी की हत्या की गई थी। यहां से वह प्रेम कुमार पांडेय के घर के आंगन में पहुंचे। यहां उन्होंने सीओ बिल्हौर की हत्या का घटनास्थल देखा। सभी घटनास्थलों को निरीक्षण करने के साथ ही उन्होंने बाहर आकर दरवाजे और दीवारों पर पड़े गोलियों के निशानों का बारीकी से निरीक्षण किया और बुलेट जहां लगी थी, वहां की नपाजोख कराई।

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जहां 5 सिपाहियों की हत्या हुई

जस्टिस ने उस प्वाइंट का बेहद बारीकी से निरीक्षण किया जहां 5 सिपाहियों की हत्या की गई थी। पास ही स्थित कुएं को भी देखा। इसके बाद उन्होंने पूर्व प्रधान (बिकरू) अमर सिंह, केबिल आपरेटर दिनेश दुबे के बेटे मनोज दुबे, गांव के रामस्वरूप समेत करीब आधा दर्जन लोगों से पूछताछ की। यहां से वह विकास के घर गए। जहां उन्होंने विकास के गिराए गए घर, पीछे की दीवार जिसे फांदकर विकास फरार हुआ उसे भी देखा।

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डीएम, एसएसपी से पूछताछ

ग्रामीणों से बातचीत के बाद जस्टिस ने डीएम डॉ। ब्रह्मदेव राम तिवारी, एसएसपी दिनेश कुमार पी से करीब 25 मिनट तक पूछताछ की। डीएम ने घटना के दिन के कुछ वीडियो क्लि¨पग भी उन्हें दिखाई।

वहीं एक दारोगा जस्टिस को कुछ बताने लगे, इस पर उन्होंने दरोगा को टोक दिया, जो हुआ है वहीं बताएं। दोपहर डेढ़ बजे वह सर्किट हाउस के लिए रवाना हुए। बता दें कि आयोग का मुख्यालय कानपुर रहेगा। 2 महीने में आयोग अपनी रिपोर्ट सरकार का सौंपेगा।

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वकीलों ने कार्रवाई का समर्थन

वकीलों ने पुलिस द्वारा विकास दुबे के एनकाउंटर को जायज ठहराया है। उन्होंने मंडे को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम सिटी विवेक कुमार श्रीवास्तव को सौंपा। ज्ञापन के मुताबिक अधिवक्तागण दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर पर पुलिस कार्यवाही का समर्थन करते हैं। ज्ञापन देने वालों में गणेश दीक्षित, वीर बहादुर सिंह, राकेश तिवारी, योगेंद्र अवस्थी लल्लन रहे।

Posted By: Inextlive