kanpur@inext.co.inKANPUR:जिन अधिकारियों पर टैक्स जमा कर देश की विकास यात्रा को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी थी. उन्होंने अपने ही विकास के लिए रिश्वतखोरी का 'संसार' सजा लिया. इसके लिए जीएसटी कमिश्नर संसार चंद ने अपने वजीर भी बनाए और प्यादे भी तैयार किए जिन्हें वसूली के लिए लगाया गया. वसूली के लिए उद्योगपतियों को दबाव बनाने से लेकर कानून का डर दिखाने जैसी तरकीबों का इस्तेमाल हुआ और वसूली की रकम लेने के लिए हवाला का पूरा चैनल खड़ा किया. जो यह सुनिश्रि्वत करता था कि वसूली गई रिश्वत सुरक्षित तरीके से संसार चंद की पत्‍‌नी के पास पहुंच जाए.

- सीजीएसटी व एक्साइज कमिश्नर संसार चंद ने मातहतों संग मिल कर खड़ा किया रिश्वतखोरी का साम्राज्य

- हवाला के जरिए रिश्वत की रकम का ट्रांजेक्शन, कई बेनामी संपत्तियां भी खरीदी

- शुक्रवार रात से ही सीबीआई ने शुरू कर दी थी कार्रवाई, सर्वोदय नगर स्थित कमिश्नरेट से भी दस्तावेज लिए

एफआईआर में इनसे रिश्वत का जिक्र -

1.रिमझिम इस्पात

2. सर पान मसाला

3. शिशु सोप एंड केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड

 

4. एजे सुगंधी प्राइवेट लिमिटेड 5. कन्नौज के बड़े इत्र कारोबारी पुष्पराज उर्फ पम्पी जैन

आईटी और ईडी का भी कसेगा शिकंजा
रिश्वतखोरी रैकेट चलाने के आरोप में सीबीआई ने सीजीएसटी कमिश्नर संसार चंद को गिरफ्तार करने के साथ ही उसके पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। जिसमें यह बात साफ हो गई है कि हवाला रैकेटियर की मिलीभगत से रिश्वत को दिल्ली ट्रांसफर किया जाता था। ऐसे में संसार चंद और गिरफ्तार अन्य अधिकारियों पर इनफोर्समेंट डायरेक्ट्रेट भी कार्रवाई कर सकता है। इसके अलावा इनकी संपत्तियों की जांच के लिए आयकर विभाग भी सक्रिय हो गया है.
ईमानदारी पर दिया था लंबा भाषण

जीएसटी कमिश्नर संसार चंद के दो चेहरे हैं। एक चेहरा वो जिसमें वह बतौर सीजीएसटी कमिश्नर बड़ी-बड़ी बातें करता। जिसमें देश भक्ति से लेकर देश के विकास, पब्लिक की समस्या और रेवेन्यू बढ़ाने के लिए की जाने वाली बातें होती थी। यह बातें उसने गणतंत्र दिवस के दिन झंडारोहण के दौरान कही। वहीं इसके 7 दिन बाद ही सीबीआई ने जब संगठित और सुनियोजित भ्रष्टाचार की एफआईआर दर्ज की तो उसका दूसरा चेहरा भी सामने आ गया.
रात से डेरा डाले थी सीबीआई

सीजीएसटी विभाग के तीनों सुप्रीटेंडेंट सर्वोदय नगर स्थित एक अपार्टमेंट में ही रहते हैं। सीबीआई की टीम ने शुक्रवार रात को ही उन्हें हिरासत में ले लिया था। इसके बाद एक टीम स्वरूप नगर स्थित कारोबारी के ठिकाने पर भी पहुंची। शनिवार सुबह सीबीआई की एक टीम सर्वोदय नगर स्थित जीएसटी भवन पहुंची और वहां कई जरूरी दस्तावेज हासिल किए। इसके बाद सभी आरोपियों को लेकर यह टीमें लखनऊ स्थित सीबीआई कोर्ट पहुंची, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत पर जेल भेज दिया।
केश्ावलाल के आगे संसार चंद
पिछले साल स्टेट जीएसटी विभाग के एडिशनल कमिश्नर केशव लाल के ठिकानों पर आईटी विभाग की ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद अरबों रुपए की बेनामी संपत्ति सामने आई थी। वहीं बेहद सीनियर आईआरएस अफसर माने जाने वाले सीजीएसटी कमिश्नर संसार चंद समेत विभाग के 4 अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद रिश्वतखोरी के काले कारोबार का फिर से खुलासा हुआ है। वह कई सालों से कानपुर में था। ऐसे में उसकी संपत्ति की ठीक से जांच हुई तो काली कमाई के मामले में वह केशव लाल से कहीं ज्यादा आगे निकल सकता है।
गिरफ्तारी का अंदाजा था
सीजीएसटी कमिश्नर संसार चंद और उसके अधीनस्थ अधिकारियों को अपनी कारस्तानियों का अच्छे से पता था। जीएसटी लागू होने के बाद कारोबारियों को इनपुट टैक्स क्रेडिट देने में करोड़ों की गड़बड़ी की बात सामने आई। जिसमें कई कंपनियां शामिल थी। इस मामले को दबाने के लिए रिश्वत को लेकर बातचीत चल ही रही थी कि सीबीआई ने 2 फरवरी को कमिश्नर संसार चंद समेत 10 के खिलाफ रिश्वतखोरी की रिपोर्ट दर्ज कर ली। इसके बाद खुद को बचाने के लिए उसने आनन फानन में इन कंपनियों को नोटिस जारी कर दिया। हालांकि उसकी यह चाल काम नहीं आई।

 

 

 

Posted By: Inextlive