शहर के ट्रैफिक को सुधारने के लिए प्रभावी कदम उठाने के साथ ही कमिश्नरेट पुलिस के ट्रैफिक विभाग ने अब मासूमों घर से स्कूल और स्कूल से घर सुरक्षित पहुंचने की पहल शुरू की है. आपके छोटे बच्चे जिन वाहनों के भरोसे स्कूल जाते हैं उन्हें उनके लिए पूरी तरह से महफूज करने का जिम्मा ट्रैफिक पुलिस ने उठाया है. डीसीपी ट्रैफिक ने इस संबंध में स्कूली वाहनों के लिए आवश्यक मानक और कार्रवाई दोनो को स्पष्ट रूप से जारी कर दिया है.

कानपुर (ब्यूरो) इन मुख्य नियमों का पालन न करने पर होगी कार्रवाई
- आरटीओ से परमिट के साथ वाहन के आगे व पीछे ऑन स्कूल ड्यूटी अंकित हो
- वाहन में फस्र्ट एड बॉक्स, पीने योग्य पानी की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिये
- वाहन पर स्कूल का नाम, टेलीफोन नम्बर और ड्राइवर का नाम, पता, डीएल नंबर हो
- वाहन पर परिवहन और पुलिस विभाग के हेल्पलाइन नम्बर लिखे जायें।
- ड्राइवर को 5 साल का एक्सपीरियंस, ट्रैफिक संबंधी अपराध का रिकार्ड न हो
-बच्चों की सुरक्षित यात्रा के लिए वाहनों में चढऩे उतरने के दौरान एक परिचालक जरूरी
- सभी वाहन चालक निर्धारित यूनिफार्म में हों, पहचान पत्र भी जरूरी
- प्रत्येक स्कूली वाहन में दो फायर एक्सटिंग्यूशर्स होने चाहिए।
- स्कूली वाहनों में एलपीजी किट किसी हालत में न लगाई जाए।

सभी बिन्दुओं में निहित निर्देशों का कड़ाई से पालन कराते हुए अपने-अपने विद्यालयों में समस्त आवश्यक व्यवस्था कराने के बाद स्कूली वाहनों का संचालन करें। नियमों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रवीना त्यागी, डीसीपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive