अगर आपके मन में गर्मी में ब्लड डोनेशन करने को लेकर गलत धारणा है तो उसको अब बदलने की जरूरत है. क्योंकि ठंड हो या गर्मी का मौसम ब्लड डोनेट करने में कोई प्रॉब्लम नहीं होती है.

कानपुर(ब्यूरो)। अगर आपके मन में गर्मी में ब्लड डोनेशन करने को लेकर गलत धारणा है तो उसको अब बदलने की जरूरत है। क्योंकि ठंड हो या गर्मी का मौसम ब्लड डोनेट करने में कोई प्रॉब्लम नहीं होती है। आप गर्मी में बेहिचक अपना ब्लड डोनेशन कर सकते हैं। ऐसा हम इस लिए कह रहे है कि ठंड के मौसम की अपेक्षा गर्मी में 30 से 35 परसेंट वालेंट्री ब्लड डोनेशन कम हो जाता है। जिसकी वजह से जानलेवा बीमारियों से ग्रसित पेशेंट को उनके ब्लड ग्रुप का ब्लड मुहैया कराने में समस्या होती है।
थैलेसीमिया व प्रेगनेंट लेडी को फ्री
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ। लूबना खान ने बताया कि जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में ब्लड की डिमांड अधिक होती है। इसका मुख्य कारण यह है कि अन्य सरकारी अस्पतालों से अधिक पेशेंट हैलट में आते है। इसके अलावा थैलेसीमिया, प्रेगनेंट लेडीज व एक्सीडेंटल केसेस में पेशेंट को फ्री में ब्लड मुहैया कराया जाता है। जिनको ब्लड देने के बदले ब्लड नहीं मिलता है। वालेंट्री ब्लड डोनेशन करने वालों की मदद से ऐसे जरूरतमंद लोगों को ब्लड देकर उनकी जान बचाई जाती है।
यह जानना जरूरी
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक में डेली 92 से 100 यूनिड ब्लड की डिमांड विभिन्न प्रकार के पेशेंट की होती है
- डेली 20 से 30 यूनिट ब्लड थैलेसीमिया, प्रसूताओं व एक्सीडेंटल पेशेंट को दिया जाता है। जबकि ब्लड देने वाले कम हैं
- ब्लड की समस्या बनी रहती है फिर भी वालेंट्री डोनेशन करने वाले लोगों की मदद से पेशेंट को जैसे-तैसे ब्लड मुहैया कराया जाता है।


निगेटिव ब्लड वालों की संख्या 15 परसेंट
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की डॉ। लूबना खान ने बताया कि 100 परसेंट लोगों में सिर्फ 15 परसेंट लोगों में निगेटिव ब्लड ग्रुप होता है। इसके बाद पॉजिटिव ग्रुप में सबसे कम एबी पॉजिटिव ग्रुप होता है। यह ब्लड ग्रुप रेयर होने की वजह से डिमांड भी इस ग्रुप की अधिक होती है। उन्होंने बताया कि सबसे आसानी से बी पॉजिटिव ग्रुप मुहैया हो जाता है। जो 50 परसेंट से अधिक लोगों का होता है। इसके बाद ओ पॉजिटिव, ए पॉजिटिव होता है।

ब्लड बैंक फुली एसी, नहीं होती कोई प्रॉब्लम
डॉक्टर्स के मुताबिक सालों पहले जब खुले में कैंप होने व ब्लड बैंक फुली एसी न होने के दौरान गर्मी में ब्लड डोनेशन करने में थोड़ी बहुत परेशानी होती है। गर्मी की वजह से पेशेंट को ब्लड डोनेशन के बाद अचानक चक्कर आने की शिकायत होती थी। जो अब खत्म हो गई है। वर्तमान में ओपन ब्लड डोनेशन कैंप लगाने के दौरान भी ब्लड बैंक की टोटली फुली एसी गाड़ी जाती है। जिसमें ही ब्लड निकाला जाता है। वहीं अब ब्लड बैंक भी फुली एसी है। जिसकी वजह से गर्मी में भी ब्लड डोनेशन करने में किसी प्रकार की कोई प्रॉब्लम नहीं होती है।
&& गर्मी में ब्लड डोनेशन करने में दिक्कत होने की गलत धारणा लोगों में बनी हुई है। गर्मी में भी आसानी से ब्लड डोनेट किया जा सकता है। क्योंकि अब ब्लड बैंक टोटली एसी है। जिससे किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती है। वालेंट्री ब्लड डोनेशन करने वालों की मदद से अब हर साल सैकड़ों लोगों की जान बचाने में सफल होते हैं।
डॉ। लुबना खान, ब्लड बैंक इंचार्ज जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज

Posted By: Inextlive