kanpur@inext.co.in KANPUR : सीएसजेएमयू छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में डिजाइन किया गया कोर्स आने वाले ट

- आर्ट, साइंस, इंजीनिय¨रग और मेडिकल चारों फैकल्टी के लिए ई-कंटेंट बनाने का काम हुआ शुरू

- प्रदेश की विभिन्न यूनिवर्सिटीज को अलग- अलग विषयों के ई-कंटेंट बनाने की जिम्मेदारी दी गई

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KANPUR : सीएसजेएमयू (छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय) में डिजाइन किया गया कोर्स आने वाले टाइम में प्रदेश की यूनिवर्सिटीज में पढ़ाया जाएगा। आर्ट, साइंस, इंजीनिय¨रग और मेडिकल चारों फैकल्टी के लिए यूनिवर्सिटी ने कोर्स का ड्राफ्ट तैयार करना शुरू कर दिया है। ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट के नॉर्मल कोर्स अलावा ऑनर्स, डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स के लिए भी पढ़ने-पढ़ाने की सामग्री बनाई जाएगी।

ई-कंटेंट बनाने की जिम्मेदारी

सीएसजेएमयू को सात विषयों के ई-कंटेंट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। कला व ह्यूमैनिटीज फैकल्टी में अंग्रेजी, यूरोपियन लैंग्वेज व गृह विज्ञान सब्जेक्ट के लिए ई-कंटेंट यूनिवर्सिटी के सब्जेक्ट एक्सपर्ट बनाएंगे। यह कोर्स बीए और एमए के अलावा बीए ऑनर्स, डिप्लोमा, सार्टिफिकेट, प्रोफीशियंसी के स्टूडेंट्स के लिए डिजाइन किया जाएगा। विज्ञान फैकल्टी के स्टूडेंट्स के लिए बॉयो साइंस के ई-कंटेंट यहां बनाए जाएंगे। यह कंटेंट बीएससी, एमएससी, डिप्लोमा, सार्टिफिकेट, बीसीए व एमसीए के स्टूडेंट्स के लिए होंगे। इसके अलावा बीटेक- बीई, एमटेक-एमई के स्टूडेंट्स के लिए इलेक्ट्रिकल इंजीनिय¨रग का कोर्स यहां बनेगा।

ई-कंटेंट तैयार होने के बाद

मेडिकल के तहत बीएससी व एमएससी छात्र छात्राओं के लिए फार्मेसी व फार्मास्यूटिकल का कोर्स भी सीएसजेएमयू में डिजाइन किया जाएगा। यूनिवर्सिटी की वीसी ने बताया कि इसका लाभ किस प्रकार दूसरी यूनिवर्सिटीज को दिया जाएगा इसका प्लान ई-कंटेंट तैयार होने के बाद बनेगा। प्रदेश की विभिन्न यूनिवर्सिटीज को अलग- अलग विषयों के ई-कंटेंट बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। प्रदेश के सभी छात्रों को लाभ मिले ऐसे चैप्टर्स को ई-कंटेंट में शामिल किया जाएगा।

सपोर्टिंग कंटेंट के रूप में

यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी सबजेक्ट के कन्वीनर डॉ। बीडी पांडेय ने बताया कि शासन ने नवंबर मंथ से ऑफलाइन क्लासेज शुरू करने की प्लानिंग की है। शासन ने निर्देश दिए हैं कि डिग्री कॉलेजों में एडमिशन प्रॉसेस दिसंबर 2020 तक पूरा कर लिया जाए। तब तक ऑनलाइन क्लासेज चलाई जाएं। उसके आधार पर तैयारी की जा रही है। कोरोना काल में तो छात्रों को ई-कंटेंट का लाभ मिलेगा ही। यह सपोर्टिंग आगे भी स्टूडेंट्स को आगे भी मिलती रहेगी।

'' ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर दिए जाने के लिए शासन यह ई-कंटेंट तैयार करा रहा है। शासन, बोर्ड ऑफ स्टडीज, एकेडमिक काउंसि¨लग व एक्जीक्यूटिव काउंसिल से पास होने के बाद यह कोर्स लागू हो जाएगा.''

प्रो। नीलिमा गुप्ता, वाइस चांसलर सीएसजेएमयू

Posted By: Inextlive