-जिले भर में आंख मूंद का हुआ बेसलाइन सर्वे

-एक घर में तीन से चार शौचालय की हुई मांग

FATEHPUR: निर्मल भारत अभियान का बेसलाइन सर्वे पूरा हो गया। जिले में चार लाख क्9 हजार ब्भ्म् लोगो की शौचालय डिमांड स्वीकार करके इनके नाम ऑनलाइन सूचीबद्ध किए गए हैं। हैरत की बात यह है जिले में सर्वे का काम आंख मूंद कर हुआ। पंचायत सचिवों की जगह यह सर्वे सफाई कर्मचारियों ने पूरा किया। स्थित यह है कि एक घर में तीन से चार लोगों का नाम शौचालय के लिए दर्ज कर दिया गया।

बेसलाइन सर्वे में उन लोगों के नाम भी दर्ज है। जिनके घर पहले से स्वत: का शौचालय बना है। मजे की बात तो यह है कि सर्वे में उन्हें भी पात्र दर्ज कर दिया गया। जो विभाग के ही पैसे से शौचालय का लाभ पूर्व के वर्षो में ले चुके है। बेसलाइन सर्वे में इस तरह की गड़बड़ी हुई है। बता दे कि भारत सरकार के निर्देश पर उन परिवारों की संख्या तय की जानी थी। जिनके घरों में शौचालय नहीं हैं। वह आज भी खुले आसमान के नीचे शौंच के लिए जाते है। ऐसे परिवारों का नाम सूचीबद्ध करके उन्हें ऑनलाइन दर्ज कर वर्ष ख्0क्9 तक शौचालय का लाभ दिया जाना था।

स्वच्छ भारत अभियान के डीपीसी शरद अवस्थी ने बताया कि बेसलाइन सर्वे का वेरीफिकेशन कराने के निर्देश आ चुके है। ब्लाक व ग्राम सभावार इसका सत्यापन किया जाना है। बेसलाइन सर्वे की ऑनलाइन सूची में उन्हीं लोगों के नाम रहेंगे। जो कि शौचालय के वास्तविक पात्र हैं। सत्यापन के बाद भी कोई गलत नाम रह जाता है तो उसकी जिम्मेदारी पंचायत सचिव व एडीओ की होगी। फिलहाल जिले की सूची में ब् लाख क्9 हजार से अधिक है।

क्या बोले जिम्मेदार

'बेसलाइन सर्वे का सत्यापन सख्ती से कराया जाएगा। इसके बाद जिस वर्ष में जितने भी लाभार्थी बेसलाइन सूची से लाभ देने के लिए उठाए जाएंगे। पहले उनका सत्यापन होगा। इसके बाद ही क्ख् हजार प्रति शौचालय की दर से पैसा लाभार्थी को दिया जाएगा। प्राप्त पैसे से लाभार्थी को शौचालय बनवाना होगा और उसके प्रयोग करने की सहमति भी देनी होगी.'

भवानी सिंह सीडीओ

Posted By: Inextlive