कुछ समय पहले तक ऐसा कहा जाता था कि रवींद्र जडेजा के सिर पर धोनी का हाथ है और उनकी टीम में जगह भी इसी की वजह से है. हालांकि बीते कुछ समय में खासकर ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद से रवींद्र जडेजा ने बतौर आलराउंडर खुद को कई मौकों पर साबित किया है. गुरुवार को भी जडेजा ने अपने बल्ले से इस भूमिका को बेहतर तरीके से अदा किया. उन्होंने अपने टेस्ट करियर की 16वीं हाफसेंचुरी पूरी की. इस दौरान उन्होंने अपना परंपरागत तलवारबाजी वाला जश्न भी मनाया. ट्विटर पर इसको लेकर काफी चर्चा रही. कुछ लोगों ने यहां तक भी कहा कि जडेजा बल्लेबाजी से अच्छी तलवारबाजी कर लेते हैं.


कानपुर (ब्यूरो) ये जडेजा पर कोच और कप्तान का भरोसा ही था कि उन्हें उस समय साहा पर प्रमोट करके क्रीज पर भेजा गया, जब भारतीय टीम 154 रन पर अपने प्रमुख चार बल्लेबाज गंवा चुकी थी। हालांकि, जडेजा इस भरोसे पर खरे उतरे और उन्होंने श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर 100 रनों से ज्यादा की पार्टनरशिप कर डाली। साथ ही टीम को मुश्किल हालातों से भी उबार लिया। दिलचस्प बात ये रही कि इस दौरान वो बिल्कुल मंझे हुए बल्लेबाज की तरह खेले। अन्य बल्लेबाजों की तरह उन्हें कोई गेंदबाज बीट भी नहीं कर सका। कुल मिलाकर शुक्रवार को टीम मैनेजमेंट को जडेजा से उनके करियर की दूसरी सेंचुरी की दरकार रहेगी।

Posted By: Inextlive