घटनास्थल पर पड़ी राख से दोनों शवों को हटाने के बाद फॉरेंसिक टीम ने इविडेंस कलेक्ट करने शुरू किए. टीम को राख से दो ज्वलनशील पदार्थों की गंध मिली है. फूस की झोपड़ी के एक तरफ जनरेटर गिरा पड़ा दिखाई दिया जिसकी टंकी फटी हुई थी. आग कैसे लगी? इसकी पुख्ता जानकारी पुलिस प्रशासन को नहीं लग पाई. कुछ लोगों का कहना है कि झोपड़ी खाली कराने को मां बेटी को डराने के लिए झोपड़ी में आग लगा दी. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि मां बेटी ने खुद पर केरोसिन डालकर आग लगाई. पुलिस जांच कर रही है.


कानपुर (ब्यूरो) मौके पर जेसीबी का कहर साफ दिखाई दिया। सडक़ के किनारे परिसर में लगा हैैंडपंप भी तोड़ दिया गया। टूटा हैैंडपंप और वाहनों के निशान वारदात की गंभीरता बयान करते दिखाई दिए। आग लगने के बाद भी पुलिस कर्मी सक्रिय नहीं हुए। वे महिला और उसकी बेटी की चीख को मजाक ही समझते रहे। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो महिला पुलिसकर्मी मोबाइल पर ही बिजी दिखाई दीं। सोमवार को तेज हवा चल रही थी। आग लगने के दौरान फूस में चंद मिनटों में आग फैल गई। आग लगने के दौरान जेसीबी से कच्ची दीवार गिराई जा रही थी। दीवार किनारे रखा जनरेटर भी गिर गया और उसका डीजल भी जमीन पर फैल गया। जिससे आग और तेजी से फैल गई।

Posted By: Inextlive