डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन में फेल हो चुके एटूजेड की जगह दूसरी कम्पनी को जिम्मेदारी सौंपने की तैयारियां तेज हो गई है। फ्राईडे को नगर निगम में मेयर, कमिश्नर, डीएम की मौजूदगी में फ् कम्पनीज ने प्रजेंटेंशन दिया। इसमें रैम्की, एसजीएएल और आईएलएफएस शामिल है। हालांकि अभी तक कुछ फाइनल नहीं हो सका है, इन कम्पनीज के प्रपोजल शासन को भेजने की तैयारी शुरू हो गई है

गौरतलब है कि लंबे समय से पनकी भौसिंह स्थित सालिडवेस्ट मैनेजमेंट प्लांट ठप पड़ा है। इसके आसपास कचरे का ढ़ेर लग चुका है। यही नहीं डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन की एटूजेड की व्यवस्था भी ध्वस्त हो चुकी है। नगर निगम को गार्बेज उठाना पड़ रहा है। नतीजन एक बार फिर रोड्स पर कचरे फैलने लगा है। डीएम की लगातार चेतावनी के बावजूद भी न तो डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन और न ही सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट चल पा रहा है। यही वजह है कि अब एटूजेड की जगह डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन और प्लांट चलाने की जिम्मेदारी अन्य कम्पनीज को सौंपने की तैयारी हो चुकी है। इसी कड़ी में फ्राईडे को फ् कम्पनीज ने नगर निगम में प्रजेंटेंशन दिया। इस दौरान मेयर जगतवीर सिंह द्रोण, कमिश्नर मो। इफ्तिखारुद्दीन, डीएम डा.रोशन जैकब, म्यूनिसिपल कमिश्नर उमेश प्रताप सिंह आदि थे। एसजीएएल ने जहां सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए भ् एकड़ जगह मांगी। वहीं अन्य कम्पनीज के प्रपोजल में लगभग 700 रुपए पर मीट्रिक टन खर्च आ रहा था। जो कि एटूजेड को दिए जाने वाले चार्ज से काफी अधिक है। जिस पर कमिश्नर सहित अन्य ऑफिसर सहमत नहीं दिखे। प्रजेंटेंशन के दौरान एसजीएएल, रैम्पकी और सीएलएफएस की तरफ से क्रमश: सीपी गोपीनाथन, संजीव कुमार और ज्ञान प्रकाश मिश्रा आदि थे।

Posted By: Inextlive