कानपुर शहर अपनी औद्योगिक गतिविधियों के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है वहीं पॉल्यूटेड सिटी के कारण बदनाम भी है. 12 महीने यहां पॉल्यूशन का लेवल काफी हाई रहता है. ज्यादातर यह देश के टॉप पॉल्यूटेड सिटीज में शामिल रहता है. इंडस्ट्रीज और वाहनों से निकलता जहरीला धुआं टूटी सड़ाकों से उठता धूल का गुबार इसकी अहम वजह है. ज्यादातर समय हवा सांस लेने लायक नहीं रहती है. शहर के पॉॅल्यूशन को कम करने के लिए कई अहम कदम भी उठाए गए. इनमें से सबसे अहम है 12 लाख की लागत से पॉल्यूशन सोखने के लिए लगाया गया अर्बन ट्री यानि एयर प्यूरीफायर. इसने अपना असर भी दिखाया लेकिन कुछ दिन बीतते ही इसका हाल भी वही हुआ जैसा अमूनन होता है. मेंटिनेंस न होने के कारण अर्बन ट्री बंद पड़ा है और जंग खा रहा है.

कानपुर (ब्यूरो) कानपुर शहर प्रधानमंत्री की स्मार्ट सिटी योजना में शामिल है। शहर बेहतर ट्रांसपोर्ट, हवा-पानी, स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए कई बड़ी योजनाएं चल रही हैं। शहर में पॉल्यूशन के हालात को देखते हुए लखनऊ की कंपनी की मदद से ब्रम्ह नगर चौराहा पर 12 लाख रुपए की लागत से अर्बन ट्री (एयर प्यूरीफायर) सिस्टम लगाया था। जो वातावरण से पॉल्यूशन(पीएम 2.5 और पीएम 10 ) को सोख लेता था। इसके साथ कॉर्बन डाई ऑक्साइड को अब्जॉर्ब कर ऑक्सीजन रिलीज करता था जिससे हवा साफ होती थी। अर्बन ट्री के नतीजों को मॉनीटर किया गया तो पॉल्यूशन के स्तर में कमी पाई गई।

एक घंटे में 6000 क्यूबिक मीटर
अधिकारियों के मुताबिक, सितंबर 2020 को लखनऊ की कंपनी ने अरबन ट्री लगाया गया था। यह अरबन ट्री एक घंटे में तकरीबन छह हजार क्यूबिक मीटर एयर को प्यूरीफाई करता है। जिससे एयर फ्रेश बनी रहती है। वहीं, दूसरी तरफ अर्बन ट्री के चारों ओर लाखों रुपए खर्च कर ग्रीनरी भी लगाई गई थी। लेकिन, अब हालात फिर पुराने जैसे हो गए हैं। हालांकि स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का कहना है कि इसे जल्द से जल्द ठीक करवा लिया जाएगा।

Posted By: Inextlive