बारिश शुरू होने के साथ ही पूरे देश से जलभराव और बाढ़ की खबरें आने लगी हैं. किसी विपरीत हालात में लोगों के फंसने पर उनको आसानी से रेस्क्यू किया जा सके इसके लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है.

कानपुर(ब्यूरो)। बारिश शुरू होने के साथ ही पूरे देश से जलभराव और बाढ़ की खबरें आने लगी हैं। किसी विपरीत हालात में लोगों के फंसने पर उनको आसानी से रेस्क्यू किया जा सके, इसके लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रेस्पांस फोर्स) को मजबूत करने के लिए यूपी पुलिस को मजबूत किया है। यूपी पुलिस को दो हेलीकॉप्टर दिए गए हैं, जो आपदा के दौरान राहत कार्य करने के काम में लगाए जाएंगे। साथ ही रेस्क्यू के लिए यूपी पुलिस को 32 मोटर बोट दी हैं, जिनमें से तीन मोटर बोट कानपुर की जल पुलिस को मिलेंगी।
मॉनसून की तैयारी
शासन से जारी निर्देश में साफ लिखा है कि इस बार मानसून में भारी बारिश का अनुमान है, जिसके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। जिन पीएसी की कंपनियों में अतिरिक्त तैराक हैं। वहां से दूसरी कंपनियों में ट्रांसफर किए जा रहे हैं। यूपी के जो जिले नदियों के किनारे बसे हैं। उन जिलों में आपदा आने पर राहत कार्य आसानी से किया जा सके, इसलिए ये कोशिश की जा रही है।

हेलिकॉप्टर से पहुंचेगी राहत
शहर में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शासन ने हर जिले में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। कमिश्नरेट में डीसीपी को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। नोडल अधिकारी सिंचाई विभाग से संपर्क में रहेगा और मानसून के दौरान लगातार अपनी रिपोर्ट देंगे जिसके मुताबिक राहत कार्य किया जाएगा। यूपी के कई जिलों में मानसून के दौरान तेज बारिश होती है, जिसकी वजह से लोगों की जान पर बन आती है। ऐसे हालात में राहत और बचाव कार्य करने में आसानी होगी।

बनाई जा रही तैराकों की लिस्ट
शासन ने निर्देश दिया है कि जिन जिलों में वॉटर लॉगिंग ज्यादा होती है। उन जिलों में बारिश के पहले ही संबंधित विभागों को एक्टिव कर दिया गया है। शासन के आदेश के बाद कानपुर कमिश्नरेट में तैनात उन पुलिस कर्मियों की लिस्ट बनाई जा रही है जो तैराकी जानते हैं। साथ ही गंगा किनारे के इलाकों में रहने वाले तैराक, घाटों के जानकार और मल्लाहों की लिस्ट भी तैयार की जा रही है। इन सभी को संबंधित थाने, चौकी, एसडीआरएफ, एलआईयू और वार्ड के सभासद के संपर्क में रखा जाएगा। जिन घाटों में लोगों के डूबने की संभावना ज्यादा रहती है, उन घाटों के पास चौकी बनाई जाएगी, यहां मोटरबोट, तैराक, लाइफ सेविंग जैकेट्स, टार्च, रस्सी, रस्सी से बनी सीढ़ी, ऑक्सीजन सिलेंडर और तमाम वे चीजें रखी जाएंगीं, जिससे लोगों का जीवन मच सके।

हर घाट पर रहेगी एक एंबुलेंस
शहर के अटल घाट, परमट, जाजमऊ बुढिय़ा घाट, गोला घाट, ड्योढ़ीघाट, रानी घाट में हर साल बारिश के मौसम में इतना पानी रहता है कि आस पास के गांवों में घुस जाता है। शासन ने निर्देश दिया है इन घाटों के आस पास चेतावनी जारी कर दी जाए। हर घाट पर एंबुलेंस रहेगी और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे आने जाने वालों पर तो नजर रखी ही जाए। साथ ही जल स्तर पर भी नजर रखी जा सके।
प्रशासन ने दी जानकारीः
केंद्र सरकार ने मानसून से पहले यूपी पुलिस को दो हेलीकॉप्टर समेत कुछ राहत बचाव का सामान देकर मजबूत किया है, जिससे राहत कार्य के दौरान मदद मिलेगी।
-प्रशांत कुमार, स्पेशल एडीजी यूपी पुलिस

Posted By: Inextlive