- द बर्निग ट्रेन बनने से बची स्वर्ण शताब्दी, पैसेंजर्स का घुटने लगा था दम

- दिल्ली से लखनऊ जा रही शताब्दी एक्सप्रेस के कोच से पैसेंजर्स को दूसरे कोच में किया गया शिफ्ट

- ट्रेन के सी-4 कोच के इलेक्ट्रिक पॉवर सप्लाई पैनल में लगी थी आग, फिरोजाबाद के पास घटी घटना

KANPUR। दिल्ली से लखनऊ जा रही स्वर्ण शताब्दी थर्सडे को बर्निग ट्रेन बनने से बच गई। ट्रेन के सी-4 कोच के इलेक्ट्रिक पॉवर सप्लाई पैनल में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। कोच का फायर अलार्म बजने से कोच अटेंडेंट को घटना की जानकारी मिली। पैनल में लगी आग से निकला धुंआ सी-5 कोच में भी भर गया। हालात दम घुटने जैसे होने की वजह से पैसेंजर्स में भगदड़ मच गई। आनन-फानन में पैसेंजर्स को सी-6 कोच के शिफ्ट कर पैनल में लगी आग को बुझाया गया। ट्रेन में सफर कर रहे लटूरी सिंह ने बताया कि पैनल में लगी आग से कोच में धुआं भर गया था, जिससे दम घुटने लगा था। लगभग 20 मिनट तक स्थिति भयावह रही। वह और कोच के अन्य पैसेंजर्स भाग कर दूसरे कोच में पहुंचे।

बच्चे और बुजुर्ग भी हुए भयभीत

आग लगने की वजह से कोच में जर्नी कर रहे बच्चों के साथ महिलाएं और बुजुर्ग ज्यादा डर गए थे। ट्रेन में चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। ट्रेन के खड़ी होने के बाद कुछ पैसेंजर्स कोच से नीचे उतर कर खड़े हो गए थे। 20 मिनट का वो मंजर बेहद खतरनाक था।

15 मिनट बाद पहुंचे अटेंडेंट

स्वर्ण शताब्दी के सी-5 में जर्नी कर रहे अर्पित ने कोच अटेंडेंट पर आरोप लगाते हुए कहा कि घटना के 15 मिनट बाद तक कोच में कोई नहीं मौजूद था। कोच में धुआं भरने से जब लोग पैनिक होने के साथ भागने लगे तब 2 कोच अटेंडेंट आए और सभी को दूसरे कोच में ले गए। इसके बाद मौके पर पहुंचे इलेक्ट्रीशियन की टीम ने आग को काबू कर पैनल की मरम्मत की।

कानपुर में पैनल का हुआ टेस्ट

स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस के थर्सडे की सुबह 11:37 पर प्लेटफार्म 9 पर पहुंचते ही कंट्रोल रूम से मिले मैसेज के बाद इलेक्ट्रीशियन की पूरी टीम पहुंच गई थी। जिन्होंने कोच अटेंडेंट को बुला सी-4 कोच के पॉवर सप्लाई पैनल को खुलवा कर उसका टेस्ट किया। घटना के बाद फिरोजाबाद से कानपुर आने तक पैनल की समस्या न बढ़ने व सिस्टम कंट्रोल होने की वजह से ट्रेन को 5 मिनट बाद लखनऊ के लिए रवाना कर ि1दया गया।

पैसेंजर ने सुनाई दास्तां

कोच में काफी धुआं भर गया था। एसी कोच होने की वजह से सभी का दम घुटने लगा था। लिहाजा लोग दूसरे कोच की तरफ भाग लगे थे।

-प्रीयम सिंह

आग की वजह से फायर अलार्म बजने लगा था। जिसके बाद धुआं भी भरने लगा। कोच में भगदड़ मच गई थी। कोच में जर्नी कर रहे लोग सहम गए थे।

-मीनाक्षी

अगर कोच में कोई अटेंडेंट होता तो कोच में धुआं भरने की नौबत न आती। फिर भी ट्रेन में मौजूद अन्य स्टाफ की सतर्कता से आग को समय पर नियंत्रण कर लिया गया।

-अर्पित

Posted By: Inextlive