- 92 टीचर्स का समायोजन जुलाई 2019 में किया गया था अब फिर से दूसरे स्कूल भेजे जाएंगे

KANPUR: समायोजन के मामले में 92 टीचर्स ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उन्हें आस थी कि कोर्ट से मदद मिलेगी पर वो निराश हुए हैं। दरअसल, बेसिक शिक्षा विभाग से संबद्ध परिषदीय व उच्च परिषदीय स्कूलों के 92 टीचर्स का जुलाई 2019 में ईयरली होने वाले प्रॉसेस के तहत समायोजन किया गया। हालांकि टीचर्स को जो विद्यालय एलॉट किए गए, वह उन्हें रास नहीं आए और सभी 92 टीचर्स ने डिपार्टमेंट के इस प्रॉसेस के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने विभागीय अफसरों को महज सुनवाई का आदेश जारी कर दिया। कुछ दिनों पहले मुख्य विकास अधिकारी डॉ। महेंद्र कुमार व बीएसए डॉ.पवन तिवारी ने सभी शिक्षकों की व्यथा को एक साथ सुना। सभी ने अपना पक्ष रखा जरूर, पर अफसरों ने उन सभी 92 शिक्षकों का एक बार फिर समायोजन करने का फैसला किया है।

मनमाने ढंग से आवंटित किए थे स्कूल

टीचर्स ने कहा, कि समायोजन के नाम पर विभागीय अफसरों व कर्मियों ने मनमाने ढंग से विद्यालय आवंटित कर दिए थे। एक विकासखंड से दूसरे विकासखंड में समायोजन करने के दौरान न दूरी देखी गई न अन्य मानक। जबकि अफसरों ने कहा कि स्टूडेंट्स-टीचर अनुपात को ध्यान में रखकर ही समायोजन किया गया।

'' कोर्ट के आदेश पर सभी टीचर्स के पक्ष को सुना गया था, हालांकि विभाग की जो प्रक्रिया है उसका अनुपालन तो करना ही होगा.''

डॉ। पवन तिवारी, बीएसए

Posted By: Inextlive