हैलट में किडनी बीपी व सर्जरी के बाद घाव को जल्दी सुखाने के लिए दी जाने वाली एंटीबायोटिक मेडिसिन की कमी से पेशेंट्स को समस्या हो रही है. डॉक्टर्स को मजबूरन पेशेंट को बाहर से दवाएं मंगानी पड़ रही है. हैलट में आने वाले पेशेंट को एक सप्ताह तक यह समस्या झेलनी पड़ेगी. क्योंकि कंपनी ने अगले सप्ताह यानी की अप्रैल के फस्र्ट वीक में मेडिसिन का ऑर्डर सप्लाई करने की बात कही है.


कानपुर (ब्यूरो) हैलट के मेडिसिन हेड स्टोर से दो सप्ताह पूर्व ही किडनी, बीपी व सर्जरी के बाद यूज होने वाली एंटीबायोटिक दवाओं का स्टॉक देखते हुए अगले स्टॉक की सप्लाई करने के लिए निर्धारित कंपनी को मेल व पत्र भेज दिया गया था। समय पर मेडिसिन की सप्लाई न होने पर दो बार उनको रिमाइंडर कॉल भी की जा चुकी है। जिसके बाद कंपनी ने अगले सप्ताह तक ऑर्डर की सप्लाई देने का आश्वासन दिया है। हैलट के एसआईसी डॉ। आरके मौर्या के मुताबिक पेशेंट्स को मेडिसिन से लेकर बेहतर उपचार दिलाना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए दवाओं का निर्धारित स्टॉक बचते ही अगले स्टॉक की सप्लाई करने को कंपनी को ऑर्डर भेज दिया जाता है। सैकड़ों पेशेंट को मिलेगी राहत


जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की मेडिसिन डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ। रिचा गिरी ने बताया कि दवाओं की सप्लाई अगले सप्ताह होने से सैकड़ों पेशेंट को राहत मिलेगी। अस्पताल के स्टोर में कुछ दवाओं की कमी होने की वजह से मजबूरन ओपीडी में पेशेंट को बाहर की जेनेरिक मेडिसिन लिखना पड़ता है। जिससे पेशेंट का सस्ता और बेहतर उपचार मिल सके।


दवाओं का आर्डर अगले सप्ताह सप्लाई करने के लिए निर्धारित कंपनी ने कहा है। संभावना जताई जा रही है कि अप्रैल से पेशेंट को सभी दवाएं ओपीडी स्थित मेडिसिन स्टोर से प्राप्त होंगी। डॉ। आरके मौर्या, एसआईसी, हैलट अस्पताल

Posted By: Inextlive