कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के बाद भी शहर का क्राइम ग्राफ रुक नहीं रहा है. मर्डर डकैती लूट छिनैती रेप जैसी ताबड़तोड़ वारदातों से अपराधियों ने पुलिस की नाक में दम कर रखा है. कई हाईटेक प्लान बनाने और करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद न तो क्राइम रुक पा रहा है औ न ही क्रिमिनल्स पकड़े जा रहे हैैं. ऐसे में अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए खाकी ने अब जनता की शरण में जाने का फैसला किया है. अपराधियों की सुरागकशी के लिए अब मोहल्लों में 'खाकी की चौपालÓ लगेगी. पुलिस कमिश्नर असीम अरुण के मुताबिक कमिश्नरेट पुलिस की इस कवायद से पुलिस का नेटवर्क मजबूत होगा. पुलिस कमिश्नर के आदेश पर थानेदारों ने अपने क्षेत्रों में चौपाल लगाना शुरू कर दिया है. जनता के बीच जाकर संगठित क्राइम को खत्म करने की दिशा में यह बड़ा कदम माना जा रहा है.

कानपुर (ब्यूरो) शहर से संगठित अपराध जैसे जुआ सट्टा अवैध असलहे मादक पदार्थों की तस्करी आदि के खात्मे के लिए कमिश्नरेट पुलिस अभियान चला रही है। पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने सभी थानेदारों से अपील की है कि वे जनता के बीच जाकर लोगों को पुलिस का सहयोग करने के लिये जागरूक करें। लोगो को बताया जाएगा कि कैसे 112 नम्बर और निकटतम थाने पर अपराध और क्षेत्र में चल रही संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दे। इसके बाद मोहल्लेवार चौपाल आयोजित की जायगी। इसके माध्यम से भी लोगों को पुलिस की मदद करने के लिए जागरूक किया जाएगा।

पहचान गुप्त, मिलेगा ईनाम
पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि जो भी व्यक्ति क्रिमिनल्स की सूचना देगा, उसकी पहचान गोपनीय रखी जाएगा। साथ ही अगर उसकी सूचना सही होगी तो उसे रिवार्ड भी दिया जाएगा। किसी के खिलाफ कार्रवाई करने से पहले पुलिस ये जानकारी कर लेगी कि कहीं शिकायत करने वाला अपने पड़ोसी को किसी विवाद के अंतर्गत तो नहीं फंसा रहा है। जिस व्यक्ति की सूचना से पुलिस का सबसे ज्यादा फायदा होगा उसे पुलिस मित्र बनाया जाएगा। इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि सूचना देने वाला पुलिस का गलत फायदा न उठा सके।

Posted By: Inextlive