बर्रा के देवेंद्र कुमार अपना निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सदर तहसील पहुंचे लेकिन लेखपालों के कार्य बहिष्कार की जानकारी पाकर वापस लौट गए.


कानपुर (ब्यूरो)। बर्रा के देवेंद्र कुमार अपना निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सदर तहसील पहुंचे, लेकिन लेखपालों के कार्य बहिष्कार की जानकारी पाकर वापस लौट गए। इसी तरह कल्याणपुर के राम किशन ने इनकम सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई किया पर रिपोर्ट नहीं लगने की वजह से तहसील सदर ऑफिस पहुंचे। वहां लेखपालों को धरने पर बैठा देखकर मायूसी के साथ वापसी की राह पकड़ ली।

मारपीट के विरोध में कार्यबहिष्कार


सचेंडी थानाक्षेत्र के सुरार के रघुनाथपुर गांव में अवैध जमीन पर कब्जा ढहाने पहुंची टीम के साथ मारपीट व आरोपितों की गिरफ्तारी में अनदेखी की मांग को लेकर लेखपालों के कार्य बहिष्कार से चारों तहसीलों में धीरे-धीरे स्थिति बिगडऩे लगी है। आय, जाति, निवास प्रमाण पत्रों के साथ पारिवारिक सदस्यता प्रमाण पत्र भी लटक गए हैं। इसी तरह प्रशासनिक कार्यों को लेकर मांगी जा रहीं रिपोर्ट, जनसुनवाई में राजस्व संबंधी शिकायतों की जांच में भी असर पड़ा है। एडीएम फाइनेंस राजेश कुमार ने बताया कि लेखपालों से वार्ता हुई है। उनकी मांगों पर चर्चा की गई। जल्द ही हल निकल आएगा, ताकि बहिष्कार खत्म हो।----इन कार्यो के लिए लोग परेशान - 10 से 12 हजार लगभग आय, जाति व निवास प्रमाण पत्रों में नहीं लगी रिपोर्ट।

- 300 अनुमानित पारिवारिक सदस्यता के प्रमाण पत्रों का काम अटका- 50 से अधिक प्रशासनिक व जनसुनवाई संबंधित जांचों का काम अधूरा।- 25 से 30 मामलों में औसतन प्रतिदिन रिपोर्ट लगाता है एक लेखपाल- 260 लेखपाल कार्यरत हैं जिले में वर्तमान में

Posted By: Inextlive