तुमने मुझे धोखा दिया मैं जिंदगी से ही हार गया...यह लिखकर प्राइवेट हॉस्पिटल के आईसीयू टेक्निशियन ने होटल के कमरे में सुसाइड कर लिया. बुधवार रात उसने होटल में चेकइन किया था. गुरुवार को जब शाम तक कमरा नहीं खुला तो होटल कर्मियों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने कमरा खुलवाया तो टेक्निशियन का शव बेड पर पड़ा था. उसके हाथ में वीगो लगा था और ड्रिप की दो बोतलें टंगी थी.

कानपुर (ब्यूरो)। तुमने मुझे धोखा दिया, मैं जिंदगी से ही हार गयायह लिखकर प्राइवेट हॉस्पिटल के आईसीयू टेक्निशियन ने होटल के कमरे में सुसाइड कर लिया। बुधवार रात उसने होटल में चेकइन किया था। गुरुवार को जब शाम तक कमरा नहीं खुला तो होटल कर्मियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने कमरा खुलवाया तो टेक्निशियन का शव बेड पर पड़ा था। उसके हाथ में वीगो लगा था और ड्रिप की दो बोतलें टंगी थी। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाया। टीम ने पूरे कमरे की जांच की। इस दौरान दो पेज का सुसाइड नोट मिला है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर से मौत की बात सामने आई है। जहर का प्रकार जानने के लिए विसरा जांच के लिए भेजा गया है।

डिप्रेशन में था

बर्रा निवासी अनिल यादव केडीए में सुपरवाइजर हैैं। उनका छोटा बेटा विजय कोयला नगर स्थित एक निजी अस्पताल में आईसीयू में टेक्नीशियन था। इंस्पेक्टर चकेरी अशोक दुबे ने बताया कि जांच-पड़ताल में सामने आया कि विजय यादव एक युवती के साथ सेन पश्चिमपारा में कमरा लेकर रहता था। दोनों लिवइन में रह रहे थे। आर्य समाज से शादी के इविडेंस भी मिले हैैं। ट्यूजडे को इन दोनों के बीच कुछ झगड़ा हुआ। जिसके बाद विजय काफी डिप्रेशन में था। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में युवती के साथ अनबन की वजह से आत्महत्या करने के इविडेंस सामने आए हैं।


लिवइन में रहते थे दोनों

अस्पताल में नाइट ड्यूटी की बात कहकर प्रेमिका विजय के कमरे में रहती थी। परिवार वालों को जानकारी मिली तो उन्होंने प्रेमिका पर तमाम तरह के दबाव डाले। मजबूरी बताकर प्रेमिका ने विजय को दूसरी शादी करने की सलाह दी। इससे विजय टूट गया। जिस अस्पताल में विजय काम करता था, वहां एक सप्ताह पहले पंचायत भी हुई थी लेकिन कोई हल नहीं निकला।

यह लिखा सुसाइड नोट में

मौके पर दो पन्ने का एक सुसाइड नोट मिला। इसमें विजय ने अपनी प्रेमिका के लिए लिखा है &तुमने मुझे धोखा दिया, जिसके साथ जीवन बिताने का सपना देखा, उसकी वजह से घर परिवार छोडक़र किराए का कमरा लिया। मैं तो तुम्हारे साथ रहना चाहता था पर तुम मुझे समझ ही नहीं सकी। मैं अब अपनी जिंदगी से ही हार गया हूं.&य यह भी लिखा है कि उसकी कार भाई को दे दी जाए और जो रुपया बकाया है, वह भी उसे दे दिया जाए।

Posted By: Inextlive