राजधानी के लगातार गिरते भूजल स्तर के ग्राफ को मेनटेन करने के लिए एलडीए की ओर से कवायद शुरू की गई है। शासन के निर्देशों के बाद एलडीए की ओर से पहली बार भूजल स्तर दुरुस्त रखने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है। खास बात यह है कि इस मास्टर प्लान के लिए एक करोड़ रुपये भी स्वीकृत किए गए हैैं। इससे साफ है कि आने वाले दिनों में राजधानी के कई इलाकों में गहराने वाली जल संकट की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी।

लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में तेजी से भूजल स्तर गिर रहा है। इसकी वजह से गर्मी के मौसम में कई इलाकों की जनता को पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है। ऐसे में लंबे समय से इस दिशा में कवायद किए जाने की जरूरत महसूस की जा रही थी।

तैयार हुआ मास्टर प्लान
एलडीए की ओर से भूजल स्तर को मेनटेन करने के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है। यह प्लान दो बिंदुओं पर तैयार किया गया है। जो इस प्रकार है।

यह है पहला बिंदु
सालाना बचाएंगे एक लाख ली पानी
प्लान में शामिल पहले बिंदु की बात की जाए तो एक हजार वर्गफुट के मकान की छत से सालाना एक लाख लीटर पानी बचाया जाएगा। इसके लिए उक्त छतों पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। एक हजार वर्गफुट के मकानों को चिन्हित करने का काम भी शुरू कर दिया गया है और उनकी लिस्ट बनाई जा रही है। जिससे जल्द से जल्द रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जा सके। इसके साथ ही छोटे मकानों या कॉमर्शियल इमारतों में भी उक्त योजना को इंप्लीमेंट करने की कवायद की जाएगी। जिससे अधिक से अधिक बारिश के पानी को बचाया जा सके।

यह है दूसरा बिंदु
चलाएंगे अभियान
अब मास्टर प्लान में शामिल दूसरे बिंदु की बात की जाए तो वर्षा जल संचयन अभियान चलाया जाएगा। यह कदम प्लान के तैयार होते ही चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत पब्लिक को भी जल संचयन के प्रति जागरुक किया जाएगा। जिससे हर कोई पानी बचाने में अपना सहयोग कर सके। प्राधिकरण की ओर से लोगों से यह भी अपील की जाएगी कि बेवजह पानी की बर्बादी न करें।

200 दिन तक के लिए पर्याप्त
एलडीए की ओर से तैयार मास्टर प्लान में यह भी साफ है कि सालाना एक लाख लीटर पानी की बचत होने से 4 सदस्यीय फैमिली के लिए 200 दिन तक पानी पर्याप्त रहेगा। मतलब इससे खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त कदम से राजधानी की जनता को कितनी बड़ी राहत मिलने जा रही है। मास्टर प्लान को इंप्लीमेंट करने के लिए 1 करोड़ रुपये भी स्वीकृति किए गए हैैं। जिससे प्लान के इंप्लीमेंटेशन में वित्तीय समस्या रोड़ा नहीं बनेगी।

पार्कों में भी प्लानिंग
एलडीए की ओर से आवासीय और कॉमर्शियल बिल्डिंग्स के साथ-साथ पार्कों में भी जल संचयन की दिशा में कदम आगे बढ़ाए जाएंगे। एलडीए की ओर से पहले तो पार्कों का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा, फिर उसमें जल संचयन संबंधी इंतजाम किए जाएंगे। जिससे हर स्तर पर पानी की बचत हो सके। इसके साथ ही पार्कों में आने वाले लोगों को भी वर्षा जल संचयन की महत्ता से अवगत कराया जाएगा।


भूजल स्तर मेनटेन करने के लिए मास्टर प्लान बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। प्राधिकरण का यही प्रयास है कि अधिक से अधिक पानी की बचत हो। जिसका लाभ राजधानी की जनता को मिले।
इंदु शेखर सिंह, चीफ इंजीनियर, एलडीए

Posted By: Inextlive