- लोहिया संस्थान के डाक्टरों ने मरीज का किया जटिल आपरेशन

- बॉल की तरह लटक रहा था ट्यूमर, महिला को मिली नई ¨जदगी

LUCKNOW: लोहिया संस्थान के डॉक्टरों ने गले में ट्यूमर से पीडि़त महिला का जटिल आपरेशन कर उन्हें नई ¨जदगी दी है। ट्यूमर की साइज करीब 20 सेंटीमीटर थी। इसकी वजह से थायराइड ग्रंथि और गले की दूसरी नसें प्रभावित हो गई थीं। इससे दिमाग को खून पहुंचाने वाली नसों पर भी दबाव बढ़ रहा था। करीब आठ घंटे तक चले जटिल आपरेशन के बाद लखनऊ निवासी महिला अख्तर जहां को ट्यूमर से आजादी मिल गई है। अब उनकी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है।

बढ़ती चली गई गले की सूजन

डाक्टरों के अनुसार शुरुआत में अख्तर जहां ने बीमारी को नजरअंदाज कर दिया। इससे धीरे-धीरे गले की सूजन बढ़ती चली गई। चार-पांच वर्षों में बीमारी इतनी बढ़ गई कि गले के एक हिस्से में ट्यूमर बॉल की तरह लटकने लगा। इससे मरीज की ¨जदगी दूभर हो गई। उन्हें खाने-पीने और सोने में मुश्किल होने लगी। मरीज की आवाज भारी होने के साथ दर्द भी बढ़ने लगा। डेढ़ माह पहले मरीज को लोहिया संस्थान लाया गया। तब एंडोक्राइन सर्जरी विभाग की डॉ। रोमा प्रधान के निर्देशन में उनका इलाज प्रारंभ किया गया। ट्यूमर की गंभीरता को देखते हुए सीटी स्कैन समेत दूसरी जांचें कराने पर मरीज का त्वरित आपरेशन करने का फैसला हुआ।

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ट्यूमर की चपेट में थीं नसें :

गले में ट्यूमर लटकने से नसें भी उसकी चपेट में आ गई थीं। कई दिन जरूरी दवाएं चलाने के बाद बुधवार को डा। रोमा, एनस्थीसिया विभाग के अध्यक्ष डा। दीपक मालवीय, डा। पीके दास व अन्य टीम ने आठ घंटे तक जटिल आपरेशन कर मरीज को नई ¨जदगी दी। डा। रोमा ने बताया कि यहां अब तक करीब 10 सेंटीमीटर तक के ट्यूमर का आपरेशन किया गया है, लेकिन यह 20 सेंटीमीटर का ट्यूमर था, इसलिए चुनौतियां अधिक थीं। अभी मरीज को आइसीयू में रखा गया है। उन्हें जल्द ही वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा। ट्यूमर होने की वजह आयोडीन की कमी से होने वाला घेंघा रोग हो सकता है।

Posted By: Inextlive