टाइम लाइन- कब-कब क्या हुआ

- रात 2 बजे बारातियों को लेकर निकली पिकअप

- 2.10 बजे नहर में गिरी 29 लोगों से भरी पिकअप

- 2.30 बजे गाड़ी में सवार युवक ने भाग कर दी सूचना

- 2.40 बजे गाड़ी में सवार 22 लोगों को सुरक्षित निकाला गया

- 2.45 बजे 100 नंबर पर सूचना दी गई

- 3 बजे तक 100 नंबर और नगराम पुलिस मौके पर पहुंची

- 3.30 बजे पिकअप को नहर से निकालने का प्रयास शुरू किया गया

- 4.30 बजे जेसीबी की मदद से नहर से पिकअप निकाली गई

- 4.30 बजे स्थानीय गोताखोरों को नहर में उतारा गया

- 5 बजे एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और सर्च आपरेशन शुरु किया

- 6 बजे तक पुलिस प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे

- 4 बजे एक बच्चे की डेडबॉडी नहर से निकाली गई

- शाम 5 बजे तक दो और बच्चों की बॉडी नहर से निकाली गई

- हादसे में सात बच्चे नदी के तेज बहाव में डूबे

- 9 घंटे की मशक्कत के बाद तीन बच्चों के शव बरामद

- एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें लगातार कर रहीं तलाश

- नगराम में अफसरों ने किया कैंप, हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी

नहर के पानी को अन्य माइनर नहरों की तरफ डायवर्ड किया गया। मोटर बोट और जाल लगाकर बच्चों की तलाश में कई टीमें नहर में उतरी। 16 घंटे तक गोताखोरों ने मशक्कत करके किसी तरह नहर में डूबे चार बच्चों के शव को बरामद किया। बाकी लापता बच्चों की तलाश में सर्च आपरेशन जारी है। दिन भर एनडीआरएफ की चार बोट लगातार नदी में 10 किमी में सर्च करती रहीं। वहीं पांच किमी के नदी एरिया में कई जगहों पर छोटे-छोटे जाल डालकर बच्चों की तलाश में कर्मचारी जुटी रहे।

यह बच्चे नहर में डूबे

सचिन पुत्र बाबूलाल (7)

साजन उर्फ गूंजन (9) पुत्र आशाराम

सनी (5) पुत्र इंद्रकुमार

सौरभ (7) पुत्र तेज नारायन

अमन (10) पुत्र रामप्रकाश

मानसी (4) पुत्री राम बहादुर

मानसी (6) पुत्री राजू

इनके निकाले गए नदी से शव

रात करीब आठ बजे तक गोताखोरों ने किसी तरह अमन, सनी और सौरभ के शव को नहर से बरामद कर लिया। वहीं लापता अन्य बच्चों की तलाश अभी जारी है।

इन्हें भी बचाया गया

बाराबंकी लोनीकटरा के पांडेय सराय गांव निवासी सर्वजीत, आशाराम, सुखमीलाल, कृष्णवती, आशादेवी, कैलाशा, बेलवती, लाजवती, लवकुश, अशोक, काजल, शिवा, विद्यावती, लक्ष्मी, नीलम, अनीता, राजरानी, सियावती, मायाराम, हरदुइया गांव निवासी रामप्रकाश, शिवप्रसन

LUCKNOW: नगराम के पटवाखेड़ा गांव के पास बुधवार देर रात 29 बारातियों से भरी पिकप अचानक अनियंत्रित होकर इंदिरा नहर में जा गिरी। हादसे में ड्राइवर समेत 22 लोग किसी तरह बच गए, लेकिन सात बच्चे नदी के तेज बहाव में बह गए। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे गए और बच्चों की तलाश के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ को लगाया गया। गुरुवार रात आठ बजे तक तीन बच्चों के शव नहर से बरामद किये जा चुके थे, वहीं बाकी चार का कोई सुराग नहीं लगा है। हादसे की वजह पिकप ड्राइवर के शराब के नशे में होना बताया जा रहा है। हादसे के बाद से ड्राइवर फरार है पुलिस उसकी तलाश कर रही है। दर्दनाक घटना से इलाके में कोहराम मचा हुआ है।

ओवरलोडिंग से बिगड़ा नियंत्रण

नगराम के पटवाखेड़ा गांव निवासी किसान सूरजपाल के बेटे नरेन्द्र उर्फ नंदू की बुधवार रात शादी थी। इसमें शामिल होने के लिए बाराबंकी के लोनीकटरा पांडेय सराय गांव और नगराम के हरदुइया गांव के रहने वाले रिश्तेदार आए थे। रात करीब दो बजे समारोह खत्म होने के बाद 29 लोग एक बोलेरो पिकप में सवार होकर वापस जाने के लिए निकले थे। पिकप बाराबंकी के लोनीकटरा के पांडेय सराय गांव निवासी दुर्गेश उर्फ देवी चला रहा था। सूरजपाल के घर से एक किलोमीटर दूर पिकप जैसे ही इंदिरा नहर मोड़ पर पहुंची, नशे में धुत ड्राइवर का गाड़ी से नियंत्रण बिगड़ गया और गाड़ी इंदिरानहर में गिरने के साथ पलट गई।

बड़े निकल गए और बच्चे डूब गए

हादसे के बाद पिकप में सवार लोग पानी में डूबने लगे। उन लोगों ने मदद के लिए शोर भी मचाया पर रात होने की वजह से किसी तक उनकी आवाज नहीं पहुंची। पिकप में सवार कुछ लोग तैरना जानते थे। वह लोग तैर कर निकल आए। किसी तरह पिकप सवार 22 लोगों को बाहर निकाला गया हालांकि सात बच्चों का पता नहीं चल सका। गाड़ी में सवार सात बच्चे डूब गए। पिकप में सवार एक युवक दौड़कर सूरजपाल के घर पहुंचा और घटना के बारे में बताया। कुछ ही देर में पटवाखेड़ा गांव के लोग मदद के लिए जमा हो गए और 100 नंबर पर हादसे की सूचना पुलिस को दी। मौके पर डायल 100 की गाड़ी और नगराम पुलिस भी पहुंच गई। हादसे का भयानक रूप देख इसके बारे में आलाधिकारियों को जानकारी दी गई, जिसके बाद मौके पर प्रशासनिक अफसरों का जमावड़ा लग गया।

हादसे के बाद ड्राइवर फरार

हादसे के दौरान पिकअप का ड्राइवर सुरक्षित निकल गया और मौके से फरार हो गया। चीख पुकार के बीच लोग अपनी जिंदगी बचाने के लिए अपने बच्चों को भी सुरक्षित करने में जुटे रहे, लेकिन पानी के तेज बहाव के आगे उनकी एक नहीं चली।

जेसीबी से निकाली गई पिकअप

ग्रामीणों ने पहले ट्रैक्टर से नहर में गिरी गाड़ी को निकालने का प्रयास किया। असफल होने पर पुलिस की मदद से जेसीबी बुलाई गई और सुबह करीब 4.30 बजे नहर में गिरी पिकप को निकाला गया, लेकिन डूबे हुए बच्चों का पता नहीं चल सका। सुबह करीब पांच बजे एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और गोताखोरों को बुलाया गया। हादसे की खबर मिलते ही कमिश्नर, आईजी, डीएम, एसएसपी समेत पुलिस और प्रशासन के अन्य अधिकारी भी पहुंच गए। इसके बाद नहर में डूबे हुए बच्चों की तलाश के लिए सर्च आपरेशन शुरू किया गया। नहर में पानी का बहाव तेज होने की वजह से सर्च आपरेशन में काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा।

नहर के पानी को किया गया डायवर्ड

Posted By: Inextlive