- कॉल सेंटर के 27 और कर्मचारियों चपेट में, आंकड़ा 603 हुआ

- जून में सर्वाधिक मरीजों का टूटा रिकॉर्ड, मरीजों की संख्या छह सौ पार

LUCKNOW:

गोमती नगर स्थित सीएम हेल्पलाइन अब कोरोना का एपिसेंटर बन गया है। मंडे को जारी रिपोर्ट में कॉलसेंटर के 27 और कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। सीएमओ ने कॉलसेंटर ओनर को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। अब तक यहां के 80 कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। इसके अलावा अन्य इलाकों से भी संक्रमण के 13 मामले सामने आये हैं। इसमें 23 पुरुष व 17 महिलाएं शामिल हैं। वहीं तीन नये एरिया को हॉटस्पॉट की श्रेणी में डाला गया है। जबकि दो पुराने हॉटस्पॉट ग्रीन जोन में पहुंच गए हैं। वहीं 16 मरीज कोरोना से पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने लौटे।

कॉल सेंटर को नोटिस

सीएमओ डॉ। नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि मंडे को कॉल सेंटर के 27 और कर्मचारियों में संक्रमण की रिपोर्ट के बाद बाद कॉल सेंटर के ओनर को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। उनको जल्द से जल्द जवाब देने के लिए कहा गया है। अबतक करीब 80 कर्मचारियों में संक्त्रमण की पुष्टि हो चुकी है।

हेल्पलाइन में हैं 800 कर्मचारी

सीएम हेल्पलाइन कॉल सेंटर में 800 कर्मचारी कार्यरत हैं। यह कर्मचारी अन्य कर्मियों से भी संपर्क में आए हैं। घर भी गए हैं। ऐसे में सैकड़ों में संक्रमण फैलने का डर है। परिवारजन, मकान मालिकों में भी वायरस का खतरा बना हुआ है।

जून में अब तक 184 मरीज

एक जून से 15 जून तक 184 मरीज संक्रमित हो चुके हैं। इसमें 12 जून 31 मरीज कोरोना के पाए गए। वहीं मंगलवार को सबसे ज्यादा 40 केस रहे। इससे पहले अप्रैल में एक दिन में 52 केस आ चुके हैं। मगर, जून में एक दिन में सर्वाधिक केस 40 ही हैं। ऐसे में अब मरीजों की संख्या बढ़कर 603 हो गई है।

यहां भी मिले संक्रमित

दूसरी ओर राजधानी के विभिन्न इलाकों में 13 अन्य लोगों में भी कोरोना संक्रमण पाया गया है। ज्यादातर लोग हॉटस्पॉट एरिया से ही है। इसमें पराग डेयरी एरिया में 3 एक ही परिवार के सदस्य, 2 जानकीपुरम, 2 मकबूलगंज लालकुंआ और एक-एक गोमती नगर, सरोजनी नगर, कैंम्पवेल रोड, मानस विहार कॉलोनी, सेक्टर-एफ राजाजीपुरम और अलीगंज निवासी शामिल हैं सभी को कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

3 नये हॉटस्पॉट, 2 खत्म हुए

सीएमओ के मुताबिक राजधानी में तीन नये एरिया को हॉटस्पॉट की श्रेणी में शामिल किया गया है। इसमें पराग डेयरी एलडीए कॉलोनी आशियाना, सुरेंद्रनगर इस्माइलगंज और अलीशानगर सेक्टर आई जानकीपुरम शामिल हैं। वहीं दो इलाकों हॉटस्पॉट लिस्ट से हटा दिया गया है। इसमें सीएसए नगर दरोगा खेड़ा और मोनार्क अपार्टमेंट न्यू हैदराबाद शामिल है।

क्षेत्र में दोबारा पनप रहा वायरस

हॉटस्पॉट श्रेणी से बाहर हो चुके एरिया में वायरस लौट रहा है। डालीगंज में फिर कोरोना का मरीज मिला है। ऐसे ही शहर के अन्य इलाकों में भी वायरस की दोबारा दस्तक हुई है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। उनमें हेल्थ सर्वे व सेनेटाइजेशन का कार्य तेज कर दिया है। मंडे को 340 लोगों के सैंपल कलेक्ट किए गए।

4 प्राइवेट हॉस्पिटल 24 घंटे के लिए बंद

राजधानी के चार प्राइवेट हॉस्पिटल को अगले 24 घंटे के लिए सीएमओ के आदेश के बाद बंद कर दिया गया। इन हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज हुआ था। सूचना मिलने के बाद मरीज के इलाज के दौरान संपर्क में आए सभी डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की सूची तैयार करके मांगी गई है। सभी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे।

ये हॉस्पिटल बंद

आशियाना स्थिति एसकेडी हॉस्पिटल, बर्लिंगटन चौराहा स्थित मेडवेल हॉस्पिटल, जानकीपुरम स्थित यशोदा हॉस्पिटल, डॉक्टर पूनम आनंद क्लीनिक और महानगर में मंगलम हॉर्ट क्लीनिक

इक्कीस दिन के बजाय अब 14 दिन में ही सील होंगे अपार्टमेंट

राजधानी के किसी अपार्टमेंट में कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने पर अब उसे सिर्फ 21 दिन के बजाए 14 दिन के लिए ही सील किया जाएगा। इस दौरान यदि कोई और पॉजिटिव मरीज वहां नहीं आता तो उसे कंटेनमेंट सूची से बाहर कर दिया जाएगा। सोमवार को शासन का निर्देश प्राप्त होने के बाद सीएमओ की ओर से यह आदेश जारी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार एक अपार्टमेंट में सीमित लोगों का ही आना जाना होता है। ऐसे में उनकी आसानी से स्कैनिंग की जा सकती है।

घंटे भर में जांच, समय पर इलाज

केजीएमयू और लोहिया संस्थान में अब घंटे भर में ट्रू-नेट मशीन से कोरोना का टेस्ट हो सकेगा। ऐसे में अब घंटों मरीजों का इलाज बाधित नहीं रहेगा। साथ ही समय पर इमरजेंसी ऑपरेशन भी किए जा सकेंगे। लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ। एके त्रिपाठी के मुताबिक दो ट्रूनेट मशीन लगनी है, जिसमें से एक मशीन आ गई है। इस पर टेस्ट करने के लिए सोमवार को टेक्नीशियन को प्रशिक्षण दिया गया। हॉस्पिटल ब्लॉक के कोविड लैब में मशीन स्थापित कर दी गई है। मंगलवार को मशीन का ट्रायल होगा। इसके बाद मरीजों का टेस्ट शुरू हो जाएगा। इससे गाइनी, हृदय व न्यूरो के मरीजों को काफी राहत मिलेगी। इमरजेंसी में प्रसव के लिए आनी वाली गर्भवती का टेस्ट कराकर उसका सिजेरियन किया जा सकेगा। ऐसे ही हेड इंजरी व स्ट्रोक के मरीजों का भी समय पर इलाज हो सकेगा।

एक दिन में 50 टेस्ट

केजीएमयू के मीडिया प्रवक्ता डॉ। सुधीर सिंह के मुताबिक केजीएमयू में ट्रू नेट मशीन से जांच शुरू कर दी गई है। इसके जरिए इमरजेंसी मरीजों के ही टेस्ट किए जा रहे हैं। एक दिन में मशीन से 50 टेस्ट मुमकिन हैं।

कैसे हो जाती जल्दी जांच

दरअसल, वायरस जांच के लिए न्यूक्लिक एसिड मरीज के स्वैब से निकाला जाता है। लैब में मैनुअल काम करने से सिर्फ न्यूक्लिक एसिड निकालने में ही डेढ़-घंटे के करीब लग जाता है। इसके बाद उसे पीसीआर मशीन पर रन किया जाता है। ऐसे में लगभग साढ़े चार घंटे टेस्ट में लग जाते हैं। वहीं ट्रू नेट मशीन कार्टेज बेस्ड न्यू क्लिक एसिड टेस्ट मशीन है। इसमें न्यू क्लिक एसिड को मैनुअल निकालने का झंझट नहीं है।

बढ़ता गया ग्राफ

मार्च : 11 पेशेंट

अप्रैल : 216

मई : 380

जून : 603

Posted By: Inextlive