5 करोड़ का बजट फिर भी वार्डो में जलभराव की समस्या देती दर्द
- जलनिकासी की प्रॉपर व्यवस्था न होने से जलभराव की समस्या सामने आती
LUCKNOW नगर निगम की ओर से वार्डो में जल निकासी की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पांच करोड़ का बजट तो जारी कर दिया गया है लेकिन इसका लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है। दो दिन पहले हुई बारिश के बाद कई इलाकों में हुए जलभराव से यह बात सामने आ गई है। वहीं एक दो नाले ऐसे भी हैं, जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। यहां तो नाला पूरी तरह धंस गया मुंशी पुलिया चौराहे के पास सालों पुराना एक नाला है। लंबे समय से यह नाला बदहाली के दौर से गुजर रहा है। गुजरते वक्त के साथ ये नाला पूरी तरह से धंस गया है, जिससे साफ है कि जब झमाझम बारिश होगी, तो यहां भी जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ेगा। आसपास मार्केटइस नाले के पास दो शॉपिंग कॉम्प्लैक्स हैं साथ ही सड़क किनारे फल मंडी भी लगती है। व्यापारियों की माने तो नाले की सफाई न होने से यह अक्सर ओवरफ्लो हो जाता है और गंदा पानी सड़क पर भर जाता है। झमाझम बारिश होने पर तो स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाती है।
कोई सुनवाई नहींव्यापारियों का कहना है कि नाला निर्माण के लिए कई बार नगर निगम में कंपलेन भी की गई लेकिन कोई प्रॉपर कदम नहीं उठाया गया। अब नाला पूरी तरह से धंस गया है, जिससे स्थिति और खराब हो गई है।
बोले लोग नाले की बदहाल कंडीशन होने की वजह से खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को दूर किया जाना चाहिए। धर्मेद्र सिन्हा नगर निगम मुख्यालय और जोन कार्यालय में कई बार नाला निर्माण कराए जाने को लेकर प्रार्थना पत्र दिया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अशोक यादव अब तो नाले की स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई है। आलम यह है कि नाला पूरी तरह से धंस गया है। विकास मिश्रा नालियों में नजर आ रही गंदगी मायापुरम डिप्टी खेडा में भी नालियों की स्थिति खराब है। लोगों की माने तो यहां पर ज्यादातर नालियां चोक हैं। जिससे बारिश होने पर जलभराव होता है। इलाके में रहने वाले संतोष शर्मा का कहना है कि कई नालियां तो ऐसी हैं, जो प्रॉपर बनी तक नहीं हैं। स्थानीय लोगों की मांग है कि नालियों की प्रॉपर सफाई कराई जानी चाहिए, जिससे जलभराव की समस्या से निजात मिले। यहां भी नालियां हैं चोकलालबाग, वार्ड कन्हैया माधवपुर द्वितीय वार्ड में भी नालियों की प्रॉपर सफाई न होने से लोगों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है। लोगों का कहना है कि नालियों के चोक होने की वजह से पानी भर जाता है। अगर नालियां प्रॉपर साफ हो जाएं तो जलभराव की समस्या से काफी हद तक राहत मिल जाएगी।
इस तरह मिलेगी राहत 1-नालियों की प्रॉपर सफाई हो 2-समय से सिल्ट उठाई जाए 3-नाला निर्माण पर फोकस जरूरी 4-नाला-नालियों की सफाई की मॉनीटरिंग 5-स्थानीय लोगों से फीडबैक जलनिकासी पर खर्च एक नजर में 2 करोड़ खर्च हुए दिसंबर 2019 तक 5 करोड़ व्यय प्रस्तावित हुआ 20-21 के लिए 5 करोड़ व्यय प्रस्तावित हुआ 21-22 के लिए