एक तरफ जहां नगर निगम की ओर से सभी इलाकों में सफाई व्यवस्था बेहतर करने संबंधी कवायद की जा रही है वहीं दूसरी तरफ राजधानी के पांच चौराहों को इस तरह से डेवलप किया जाएगा कि वो स्वच्छता-सुंदरता की पहचान बन सकें। अगर कोई व्यक्ति दूसरे शहर या प्रदेश से आए तो इन चौराहों से गुजरने के दौरान उसके मन में राजधानी की स्वच्छ सकारात्मक छवि अपनी जगह बना ले।

लखनऊ (ब्यूरो)। प्रोजेक्ट के लिए ऐसे चौराहों का चयन किया गया है, जहां पब्लिक का मूवमेंट अधिक होता है। इसके साथ ही दूसरे शहरों से आने वाले लोग उक्त चौराहों से गुजरते हैैं।

इस तरह होगा डेवलपमेंट
अभी जो प्राइमरी प्लान तैयार किया गया है, उससे साफ है कि चौराहों का कुछ इस तरह से डेवलपमेंट कराया जाएगा, जिससे लोगों को अहसास हो कि राजधानी बेहद सुंदर है साथ ही स्वच्छता के मामले में भी आगे हैैं। इसके लिए सौंदर्यीकरण और स्वच्छता संबंधी दो अलग-अलग प्लान बनाए गए हैैं। फाइनल सर्वे के बाद इन्हें इंप्लीमेंट किया जाएगा।

इस तरह तैयार हुआ प्लान
1-प्रॉपर लाइटिंग-चौराहों के आसपास एवं चौराहों के मध्य में प्रॉपर लाइटिंग (एलईडी स्ट्रिप) की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही चौराहों के नाम भी अंकित किए जाएंगे। जिससे लोग उनके बारे में आसानी से जान सकें।

2-म्यूजिकल फाउंटेन-चौराहों से गुजरने के दौरान लोग स्ट्रेस फ्री रहें, इसके लिए म्यूजिकल फाउंटेन की भी व्यवस्था की जाएगी। इन पांच चौराहों के अतिरिक्त कई अन्य चौराहों पर भी इस व्यवस्था को शुरू किया जाएगा।

3-एलईडी डिस्प्ले-चौराहों के आसपास एलईडी डिस्प्ले बोर्ड भी लगाए जाएंगे। जिसके माध्यम से एक तो स्वच्छता संबंधी जागरुकता फैलाई जाएगी साथ ही यह भी दिखाया जाएगा कि राजधानी को स्वच्छ बनाने के लिए क्या-क्या प्रयास किए गए हैैं। इसके साथ ही स्वच्छता सर्वेक्षण की रैैंकिंग भी शो होती रहेगी।

4-सफाई पर फोकस-चौराहों के आसपास मैकेनिकल स्वीपिंग सिस्टम को इंप्लीमेंट किया जाएगा। इसके साथ ही चौराहों के आसपास एरिया को कवर करने के लिए सफाई कर्मियों की अतिरिक्त संख्या भी लगाई जाएगी। इसके साथ ही चौराहों के आसपास लिटर बिंस भी लगवाए जाएंगे। जिसमें वाहन सवार चॉकलेट, बिस्कुट या टॉफी के रैपर आसानी से डाल सकेंगे।

5-आर्टिफिशियल प्लांट्स भी-चौराहों के चारों तरफ आर्टिफिशियल प्लांट्स भी लगाए जाएंगे। जिससे चौराहों की सुंदरता बढ़ेगी। इसके साथ ही यह भी प्लानिंग है कि कुछ ऐसे भी पौधे लगाए जाएं, जो वातावरण को शुद्ध रखें।

6-नियम तोडऩे वालों पर नजर-
हजरतगंज, अवध चौराहा तो आईटीएमएस से इंटीग्रेटेड है, वहीं अब चयनित चौराहों को भी उक्त सुविधा से जोडऩे की तैयारी की जा रही है। जिससे इन चौराहों से गुजरने वाला व्यक्ति किसी भी तरह से ट्रैफिक रूल्स न तोड़ सके। कमांड कंट्रोल सेंटर से लगातार उक्त चौराहों की मॉनीटरिंग भी की जाएगी।

अन्य चौराहे भी होंगे शामिल
पहले चरण में इन चौराहों का डेवलपमेंट कराए जाने के बाद कई अन्य चौराहों को भी उक्त प्लान में शामिल किए जाने की योजना है। जिससे शहर के सभी प्रमुख चौराहे स्मार्ट बन सकें।


शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है। हमारा प्रयास यही है कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में राजधानी का स्थान पहले नंबर पर आए।
अजय कुमार द्विेदी, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive