पांच मार्केट में एक भी पिंक टॉयलेट नहीं
- शहर के प्रमुख बाजारों में एक भी पिंक टॉयलेट की व्यवस्था नहीं
- बाजार में आने वाली महिलाएं और युवतियां होती हैं काफी परेशान LUCKNOW एक तरफ जहां राजधानी का नाम स्मार्ट शहरों की लिस्ट में शामिल हो चुका है, वहीं आलम यह है कि स्मार्ट शहर में आधी आबादी के लिए एक टॉयलेट तक की व्यवस्था नहीं है। जिसकी वजह से महिलाओं और युवतियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। निश्चित रूप से इससे साफ होता है कि महिलाओं को बेहतर सुविधा देने के लिए जिम्मेदारों की ओर से आश्वासन तो दिया जाता है लेकिन हकीकत बेहद चिंताजनक है। डीजे आईनेक्स्ट की ओर से राजधानी की पांच प्रमुख बाजारों में पिंक टॉयलेट की उपलब्धता और जरूरत को लेकर रियलिटी चेक किया गया, जो तस्वीर सामने आई, वो बेहद चौंकाने वाली रही 7-8 हजार महिलाएं आती हैंपांचों प्रमुख बाजारों की बात की जाए तो हर एक मार्केट में औसतन सात से आठ हजार महिलाएं और युवतियां खरीदारी करने के लिए रोज आती हैं। त्योहार के आसपास तो यह आंकड़ा दो से तीन गुना तक बढ़ जाता है। जिससे खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि बाजारों में पिंक टॉयलेट की कितनी जरूरत है।
यहां स्थिति बेहद खराब - अमीनाबाद बाजार - भूतनाथ बाजार- पत्रकारपुरम बाजार
- आलमबाग बाजार - निशातगंज बाजार ये तस्वीर आई सामने भूतनाथ मार्केट स्थिति- एक भी पिंक टॉयलेट नहीं रोजाना महिलाएं आतीं- 5 से 6 हजार मंथली औसत(महिलाएं)- 1 लाख 60 हजार कारोबार- करीब 85-95 लाख रुपए रोज मंथली कारोबार- करीब 26 करोड़ आश्वासन मिला लेकिन नतीजा शून्य करीब चार साल पहले मार्केट में पिंक टॉयलेट की व्यवस्था किए जाने के संबंध में तैयारी तो की गई लेकिन अभी तक एक भी टॉयलेट नहीं बना। व्यापार मंडल ने इस संबंध में कई बार पत्र भी लिखे लेकिन निगम की ओर से कोई रिस्पांस नहीं मिला। हम करेंगे सहयोग व्यापार मंडल की ओर से आश्वस्त किया गया है कि पिंक टॉयलेट की व्यवस्था में पूरा सहयोग किया जाएगा। मार्केट में एक भी पिंक टॉयलेट नहीं है। इसकी व्यवस्था तुरंत कराई जानी चाहिए। जिससे मार्केट में आने वाली महिलाओं और युवतियों को राहत मिल सके। देवेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष, भूतनाथ व्यापार मंडल निशातगंज मार्केट स्थिति- एक भी पिंक टॉयलेट नहीं रोजाना महिलाएं आतीं- 6 से 8 हजार मंथली औसत(महिलाएं)- डेढ़ लाख करीब एक दिन का कारोबार- 50 लाख रुपए रोज मंथली कारोबार- करीब 15 करोड़ हकीकतव्यापार मंडल के पदाधिकारियों की माने तो सबसे पुरानी मार्केट होने के बावजूद अभी तक किसी ने भी मार्केट में पिंक टॉयलेट की व्यवस्था कराने की दिशा में कदम नहीं उठाए।
उम्मीद व्यापार मंडल ने पहले तो डीजे आईनेक्स्ट के अभियान को सराहा और आश्वासन दिया कि मार्केट में पिंक टॉयलेट की व्यवस्था कराने में हर कदम पर सहयोग किया जाएगा। पिंक टॉयलेट संबंधी अभियान के लिए डीजे आईनेक्स्ट को बधाई। मार्केट में कहीं भी पिंक टॉयलेट की व्यवस्था नहीं है। स्पेस की प्रॉब्लम तो है लेकिन इस समस्या को तत्काल दूर किए जाने की जरूरत है। विपिन अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, निशातगंज व्यापार मंडल पत्रकारपुरम मार्केट स्थिति- एक भी पिंक टॉयलेट नहीं रोजाना महिलाएं आतीं- 5 से 6 हजार मंथली औसत(महिलाएं)-एक लाख के करीब एक दिन का कारोबार-एक करोड़ के करीब मंथली कारोबार-30 करोड़ के करीब हकीकत मार्केट में सुलभ टॉयलेट की तो व्यवस्था है लेकिन कहीं भी पिंक टॉयलेट नहीं है। जिसकी वजह से महिलाएं और युवतियां परेशान होती हैं। कई बार जिम्मेदारों से मांग भी की गई लेकिन अभी तक कोई रिस्पांस नहीं मिला। उम्मीद व्यापार मंडल के पदाधिकारियों की ओर से हर संभव सहयोग किए जाने का आश्वासन दिया गया है।मार्केट में कहीं भी पिंक टॉयलेट की व्यवस्था नहीं है। अभी तक कोई प्रयास भी नहीं हुए हैं। अगर पिंक टॉयलेट की सुविधा मिल जाए तो महिलाओं को सहूलियत होगी।
आरपी दुबे, अध्यक्ष, गोमती उद्योग एवं व्यापार मंडल आलमबाग मार्केट स्थिति- एक भी पिंक टॉयलेट नहीं रोजाना महिलाएं आतीं- 6 से 7 हजार के करीब मंथली औसत(महिलाएं)-करीब दो लाख एक दिन का कारोबार-80 से 90 लाख के करीब मंथली कारोबार-25 करोड़ के करीब हकीकत व्यापार मंडल के पदाधिकारियों की ओर से कई बार पिंक टॉयलेट की व्यवस्था कराए जाने की मांग की गई लेकिन अभी तक कोई कदम आगे नहीं बढ़ाया गया। उम्मीद व्यापार मंडल के पदाधिकारियों की ओर से हर संभव सहयोग किए जाने का वादा किया गया है। हम खुद यही चाहते हैं कि मार्केट में महिलाओं और युवतियों के लिए पिंक टॉयलेट की व्यवस्था की जाए। इस तरफ तुरंत ध्यान देना चाहिए। मनीष अरोरा, अध्यक्ष, आलमबाग नटखेरा रोड, युवा व्यापार मंडल अमीनाबाद मार्केट स्थिति- एक भी पिंक टॉयलेट नहीं रोजाना महिलाएं आतीं- 25 हजार मंथली औसत(महिलाएं)-दो लाख के करीब रोजाना कारोबार-10 करोड़ मंथली कारोबार-250 करोड़ के करीब हकीकत पिंक टॉयलेट की व्यवस्था कराए जाने को लेकर अभी तक जिम्मेदार आगे नहीं आए हैं। उम्मीदव्यापार मंडल के पदाधिकारियों की ओर से हर संभव सहयोग किए जाने संबंधी आश्वासन दिया गया है।
मार्केट में स्पेस की खासी प्रॉब्लम है। अगर स्पेस चिन्हित कर दिया जाए तो हमारी ओर से पिंक टॉयलेट स्थापित किए जाने को लेकर पूरा सहयोग किया जाएगा। विनोद अग्रवाल, प्रमुख संयोजक, अमीनाबाद व्यापार संघर्ष समिति पिंक टॉयलेट की तुरंत व्यवस्था की जानी चाहिए। पिंक टॉयलेट न होने से हमें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उम्मीद है कि जल्द ही सुनवाई होगी। बरखा मार्केट में पिंक टॉयलेट न होने से कई बार दिक्कतें होती हैं। यह सुविधा मिल जाए तो निश्चित रूप से हमें काफी राहत मिलेगी। जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। चांदनी अभी तक तो पिंक टॉयलेट की व्यवस्था किए जाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। इस तरफ तुरंत ध्यान दिए जाने की जरूरत है। जिससे हमें राहत मिल सके। निशु हम अच्छी तरह से जानते हैं कि मार्केट में पिंक टॉयलेट की सुविधा नहीं है। शहर तभी स्मार्ट बनेगा, जब महिलाओं के लिए सबसे जरूरी सुविधा मुहैया कराई जाए। शिखा मेरी तरह कई अन्य महिलाओं की मार्केट में शॉप है। हैरानी की बात तो यह है कि मार्केट में एक भी पिंक टॉयलेट नहीं है। इस तरफ ध्यान दिया जाना चाहिए। दिवानी जसनानी हमारी ओर से शहर के मार्केट समेत कई प्वाइंट पर पिंक टॉयलेट की व्यवस्था कराए जाने को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इस संबंध में पूरा प्लान बना लिया गया है। संयुक्ता भाटिया, मेयर