हजरतगंज, पुराने लखनऊ समेत तीन जोन में 70 प्वाइंट्स रेड कैटेगरी में
जोन एक, दो और जोन छह में जर्जर पेयजल लाइन हुई चिन्हित
.10 प्वाइंट्स पर काम पूरा, बाकि रक्षाबंधन के बाद किया जाएगा LUCKNOW आखिरकार यह स्पष्ट हो गया है कि राजधानी के तीन जोन में 70 प्वाइंट्स ऐसे हैं, जहां सालों पुरानी पेयजल लाइन पड़ी हुई है। जिसकी वजह से जनता को दूषित पेयजल आपूर्ति का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि जलकल की ओर से रेड कैटेगरी में आए प्वाइंट्स को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया गया है, जिससे साफ है कि अब जनता को दूषित जलापूर्ति का सामना नहीं करना पड़ेगा। मेयर ने दिए थे निर्देशहाल में ही बालू अड्डे में दूषित जलापूर्ति का मामला सामने आया था। जिसके बाद मेयर ने आनन-फानन में बैठक बुलाई थी और जलकल को निर्देश दिए थे कि पूरे शहर में तत्काल ऐसे प्वाइंट चिन्हित किए जाएं, जहां सालों पुरानी पेयजल लाइन पड़ी हुई है। जिससे उन्हें सुधारा जा सके। मेयर ने यह भी निर्देश दिए थे कि रेड, यलो और ग्रीन कैटेगरी के हिसाब से पेयजल लाइन संबंधी सर्वे कराया जाए। अगर कोई लाइन रेड कैटेगरी में आती है तो तत्काल उसे बदला जाए। उन्होंने सर्वे रिपोर्ट भी कैंप कार्यालय में भेजने के निर्देश दिए थे।
शुरू कराया सर्वेमेयर से निर्देश मिलने के बाद जलकल की ओर से एक तरफ तो पूरे शहर में पानी के सैंपल लेने का काम शुरू कर दिया गया था, वहीं दूसरी तरफ वार्डो में पड़ी सालों पुरानी पेयजल लाइन को भी चिन्हित करने के लिए सर्वे शुरू करा दिया गया था।
अब आई रिपोर्ट सामने जलकल की ओर से पेयजल लाइन के संबंध में रिपोर्ट सौंप दी गई है। जो रिपोर्ट सामने आई है, उसमें स्पष्ट है कि तीन जोन ऐसे हैं, जहां 70 के करीब प्वाइंट पर पेयजल लाइन रेड कैटेगरी में आई है। मतलब उक्त प्वाइंट की लाइनें सालों पुरानी हैं और इन्हें तत्काल बदला जाएगा। ये हैं जोन जोन एक, जोन दो और जोन छह में रेड कैटेगरी में पेयजल लाइनों को रखा गया है। इसमें जोन एक में हजरतगंज, लालकुआं समेत कई अन्य वार्ड आते हैं, जबकि जोन दो में ऐशबाग एरिया कवर किया जाता है। इसी तरह जोन छह में ठाकुरगंज, चौक समेत पुराना लखनऊ का एक बड़ा हिस्सा शामिल होता है। तीनों ही जोन घनी आबादी वाले हैं। 10 प्वाइंट दुरुस्त किए गएनगर निगम क्षेत्र के तीनों प्राइम जोन होने के कारण जलकल विभाग तुरंत एक्शन मोड में आ गया और आनन-फानन में करीब दस प्वाइंट्स पर पेयजल लाइन संबंधी काम कराकर उसे ग्रीन कैटेगरी में ले आया। वहीं अन्य 60 प्वाइंट्स पर रक्षाबंधन के बाद काम शुरू होने जा रहा है। जिससे साफ है कि अब 70 प्वाइंट्स से जुड़ी जनता को दूषित जलापूर्ति का सामना नहीं करना पड़ेगा।
मेयर खुद करेंगी समीक्षा मेयर की ओर से पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है कि पेयजल से जुड़ी हर एक रिपोर्ट की वह खुद समीक्षा करेंगी। जिससे किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो सके। मेयर ने यह भी निर्देश दिए हैं कि औचक रूप से वह खुद किसी भी इलाके में जाकर पानी के सैंपल कलेक्ट करवाएंगी। यहां करें फोन अब अगर आपके घर या मोहल्ले में कहीं भी दूषित जलापूर्ति होती है तो आपको शिकायत करने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। आप 6390260100 नंबर पर कॉल करके दूषित पेयजल आपूर्ति संबंधी कंपलेन दर्ज करा सकते हैं। जिसके बाद तत्काल आपकी समस्या को दूर किया जाएगा। ये हैं पाइपलाइन कैटेगरी रेड कैटेगरी-वर्षो पुरानी और जर्जर पेयजल लाइन यलो कैटेगरी-रेड के मुकाबले ठीक लेकिन कंडीशन चिंताजनक ग्रीन कैटेगरी-पेयजल लाइन की कंडीशन बेहतर वर्जनजो भी प्वाइंट रेड कैटेगरी में आए हैं, वहां पर काम शुरू करा दिया गया है। जल्द ही सभी प्वाइंट ग्रीन कैटेगरी में आएंगे। हमारा प्रयास यही है कि जनता को दूषित पानी का सेवन न करना पड़े।
संयुक्ता भाटिया, मेयर