शिकायत पर साइबर क्राइम सेल ने जालसाज के खाते में ट्रांसफर होने से पहले पैसा फ्रीज करा दिया। कुछ समय बाद रुपये पीडि़त के खाते में वापस आ गए।


लखनऊ (ब्यूरो)। साइबर जालसाजों ने रिटायर्ड दारोगा के अकाउंट से 8.40 लाख रुपये उड़ा दिए थे। कॉल कर पेंशन रोकने के नाम पर रिटायर्ड दारोगा को कंफ्यूज किया और फिर एनी डेस्क एप डाउनलोड करा उनके अकाउंट को खाली कर दिया। शिकायत पर साइबर क्राइम सेल ने जालसाज के खाते में ट्रांसफर होने से पहले पैसा फ्रीज करा दिया। कुछ समय बाद रुपये पीडि़त के खाते में वापस आ गए।ट्रेजरी कर्मी बनकर की कॉलएडीसीपी नॉर्थ क्राइम प्राची सिंह ने बताया कि पुलिस विभाग से रिटायर्ड दारोगा रामानंद राय विकासनगर में रहते हैं। 22 मई को उनके पास एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को ट्रेजरी कर्मचारी बताते हुए उनकी पेंशन रुकने की बात कही। जालसाज ने कहा कि पेंशन चालू कराना चाहते हैं तो एनी डेस्क एप डाउनलोड कर लें। उसकी बातों में आकर रामानंद ने एप डाउनलोड कर लिया।


लूटी गई रकम वापस कराई

एप डाउनलोड होते ही जालसाज ने उनके एसबीआई खाते से 8.40 लाख रुपये अपने पेयू वॉलेट में ट्रांसफर कर लिए, जिसके बाद उन्होंने हजरतगंज स्थित साइबर क्राइम सेल और एडीसीपी प्राची सिंह से संपर्क किया। साइबर क्राइम सेल की टीम ने पेयू कंपनी से संपर्क कर आरोपी के वॉलेट में गए पीडि़त के 8.40 लाख रुपये फ्रीज करा दिये। इसके बाद बुजुर्ग के सारे रुपये उनके खाते में वापस आ गये।

Posted By: Inextlive