- महानगर के निशातगंज में रिवर फ्रंट पर गाड़ी फिसल कर नदी में डूबी

- चार खुद तैरकर निकले और तीन को पुलिस ने बचाया, एक की गहरे पानी में डूबने से मौत

- एसडीआरएफ ने किया रेस्क्यू, क्रेन से निकाली गई बोलेरो गाड़ी

रात 1.35 बजे बोलेरो सवार समेत नदी में गिरी

रात 2 बजे पुलिस को सूचना मिली

रात 2.30 बजे एसडीआरएफ की टीम को सूचना दी गई

सुबह 6 बजे नदी से क्रेन की मदद से बोलेरो निकाली गई

सुबह 6:30 बजे बोलेरो सवार निखिल गुप्ता का नदी में शव मिला

18 एनडीआरएफ के जवानों जुटे रहे रेस्क्यू के लिए

4 घंटे का समय लगा गाड़ी, शव और युवकों को नदी से रेस्क्यू करने में

8 युवक सवार थे बोलेरो में, एक की मौत

LUCKNOW: महानगर के निशातगंज में सोमवार देर रात रिवर फ्रंट पर बोलेरो सवार आठ युवकों को मस्ती भारी पड़ गई। रिवर फ्रंट की सीसी रोड पर पानी के बहाव के फिसलन से बोलेरो गाड़ी गोमती नदी में जा गिरी, जिससे सभी आठ युवक नदी के गहरे पानी में डूबने गगे। हादसे में चार युवक किसी तरह तैरकर बाहर निकल आये। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने रात में ही एसडीआरएफ की टीम और गोताखोरों को बुलाया। इसके बाद तीन युवकों को बाहर निकाला गया जबकि तड़के एक युवक का शव पुलिस टीम ने बरामद किया। मृतक निखिल गुप्ता (17 ) पारा के बुद्धेश्वर का रहने वाला था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

कीचड़ व पानी से बिगड़ा नियंत्रण

इंस्पेक्टरमहानगर प्रदीप सिंह के मुताबिक आठ युवक बोलेरो से बाराबंकी से बुद्धेश्वर जा रहे थे। पारा के डिप्टी खेड़ा निवासी ड्राइवर सौरभ सिंह गाड़ी लेकर रात करीब ढाई बजे रिवर फ्रंट के समता मूलक चौराहे से नदी के किनारे वाले रास्ते पर उतरा था। पेपर मिल कॉलोनी के पास कुकरैल नाले का पानी नदी में बह रहा था। इसकी वजह से वहां सीसी रोड पर पानी व कीचड़ था। गाड़ी तेज रफ्तार में होने के कारण फिसल गई और ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया, जिससे गाड़ी नदी में चली गई।

शीशा टूटने से बची चार की जान

हादसे में गाड़ी का अगला शीशा टूट गया। चार युवक किसी तरह गेट खोलकर बाहर निकले। वह तैरना जानते थे और बाहर निकल आए। इंस्पेक्टर के मुताबिक पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों को नदी में उतारा। वहीं एसडीआरएफ को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने राहत कार्य शुरू किया।

सतर्कता से बची जान

इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह के मुताबिक रात में बंधे के किनारे पॉलीगान 109 ड्यूटी पर थी, जिस पर हेड कांस्टेबल अनिल यादव और कांस्टेबल नितिन शर्मा गश्त कर रहे थे। रात करीब 2 बजे दोनों ने नदी के किनारे शोर सुना। वह भागकर वहां पहुंचे। देखा कि कुछ युवक खुद को बचाने के लिए चीख रहे थे। दोनों पुलिसकर्मियों ने नदी में छलांग लगा दी। एक-एक कर तीन युवकों को बाहर निकाला। साथ ही गाड़ी भी खींचकर बाहर करने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। उन्होंने ही पुलिस को सूचना दी थी।

क्रेन से निकलवाई बोलेरो

सूचना पर एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह और इंस्पेक्टर महानगर प्रदीप कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे। पुलिस टीम ने क्रेन मंगवाई। क्रेन और एसडीआरएफ के जवानों की मदद से कांटे में बोलेरो फंसाकर निकाली गई। नदी में गिरने के कारण गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई थी।

चार घंटे चला रेस्क्यू

एसडीआरएफ को रात करीब 2:30 बजे सूचना दी गई। एसडीआरएफ द्वारा 18 लोगों की टीम भेजी गई, जिसमें विशेष गोताखोर और रेस्क्यू एक्सपर्ट जवान थे। उनकी टीम पहुंची और रास्ते में ही डीप डाइविंग सूट और अत्याधुनिक उपकरणों से लैस हो गई। गोमती रिवर फ्रंट पर पहुंचते ही एक-एक कर जवान नदी में कूदे। कम्यूनिकेशन सिस्टम और बीए सेट (ब्रीदिंग आपरेटस सेट) के साथ ऑक्सजीन सिलिंडर बांधे जवानों ने अंडर वाटर टार्च जलाकर सर्च आपरेशन शुरू किया। कड़ी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने बोलेरो को खोज निकाला। इसके बाद क्रेन की मदद से बोलेरो को बांधकर बाहर निकला गया। इसमें करीब छह बज गया। वहीं चार गोताखोर निखिल को खोजने में लगे थे। करीब साढ़े छह बजे गोताखोरों ने निखिल को खोज निकाला, लेकिन निखिल की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

हत्या का आरोप

इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह के मुताबिक निखिल के परिजनों को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे परिजनों ने अन्य सात साथियों पर हत्या का आरोप लगाया है। आरोप है कि उसे मारपीट करके नदी में फेंक दिया गया। पुलिस के मुताबिक अभी तक लिखित तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बैरीकेडिंग उठा अंदर दाखिल हुए थे

देर रात रिवर फ्रंट पर इंट्री बैन है और उसके लिए बैरीकेडिंग के साथ गार्ड भी लगाए जाते हैं। हालांकि बोलेरो सवार युवकों ने समता मूलक की तरफ से रिवर फ्रंट में इंट्री की थी। बैरीकेडिंग नीचे था, उसे उठाकर वह अंदर दाखिल हुए। बोलेरो ड्राइवर सौरभ सिंह का कहना है कि उसे रिवर फ्रंट का रास्ता मालूम था। इसलिए वह उसी रास्ते बुद्धेश्वर जा रहा था।

रिवर फ्रंट में टूटी रेलिंग बड़ा खतरा

निशातगंज पेपर मिल कॉलोनी स्थित बेगमपुरा नाले से कुकरैल नाले का पानी गोमती नदी में गिरता है। रिवर फ्रंट को क्रास कर गंदा पानी नदी में जा रहा है। नाले के पानी व कीचड़ के चलते रिवर फ्रंट की दो सौ मीटर का सीसी रोड खतरनाक हो गई है। वहीं नाले के पानी के प्रेशर के चलते रिवर फ्रंट में लगी स्टील की रेलिंग भी टूट चुकी है। करीब तीन सौ मीटर तक रेलिंग न होने के चलते हालात खतरनाक हैं।

बाराबंकी पार्टी करने गये थे युवक

इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह के मुताबिक सभी युवक पारा के डिप्टी खेड़ा के रहने वाले हैं। बोलेरो पर सवार होकर अब्दुला अली, सौरभ सिंह, शिवम सिंह, विनोद पाल, गौरव सिंह, बाबू गुप्ता, शिवम कुमार और निखिल गुप्ता बाराबंकी गये थे। बाराबंकी में शिवम कुमार का घर है। वहीं देर रात तक सभी ने पार्टी की। वापस आते समय समता मूलक चौराहे के पास से रिवर फ्रंट पर उतर गये थे, जिसके बाद भीखमपुर बंधा के पास पहुंचते ही हादसा हो गया।

पेशे से प्लम्बर व बिजली मिस्त्री हैं

बोलेरो में सवार पांच युवक पेशे से प्लम्बर हैं जबकि दो बिजली मिस्त्री हैं। हादसे में मरने वाला पारा बुद्धेश्वर डूडा कॉलोनी डिप्टी खेड़ा निवासी राजेश कुमार गुप्ता का बेटा निखिल गुप्ता 12वीं का छात्र है और साथ में वह प्लम्बर का भी काम करता था। निखिल तीन भाइयों में सबसे छोटा था। दो बड़े भाई सूरज, सुभाष और मां सरोजनी हैं। सभी युवक डिप्टी खेड़ा पारा के रहने वाले हैं। जिस गाड़ी में सभी युवक सवार थे वह आलोक गुप्ता की है और वह भी पारा का रहने वाला है।

Posted By: Inextlive