लखनऊ में 80 फीसदी एफआईआर दर्ज होती है फ्राड की
10 महीने में 15 गैंग पकड़े गए
50 अभियुक्त ठगी के मामले में अरेस्ट 106 मोबाइल फोन आरोपियों के पास बरामद 8 लाख आरोपियों के पास से बरामद 14 लैपटॉप व कंफ्यूटर बरामद 11 चार पहिया बरामद - - नौकरी के नाम पर सबसे ज्यादा ठगी के मामले - एसटीएफ, साइबर सेल व सिविल पुलिस फ्राड गैंग को पकड़ने में बिजी - 9 माह में 15 गैंग पकड़े गए, डेढ़ हजार से ज्यादा लोग फ्राड के शिकारLUCKNOW : लखनऊ में 80 फीसदी दर्ज होने वाले केस फ्राड के होते हैं। कभी नौकरी के नाम पर तो कभी ठेका, जमीन व बैंक से संबंधित मामलों में फ्राड किया जा रहा है। क्राइम की घटनाओं से कई गुना ज्यादा फ्राड के मामले दर्ज किए जाते हैं। यह इस बात का सबूत है कि 10 महीने में अलग-अलग तरीके से धोखाधड़ी और फ्राड करने वाले 15 गैंग पकड़े गए हैं, जिसमें 50 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
नौकरी के नाम पर सबसे ज्यादा मामलेनौकरी के नाम पर धोखाधड़ी के सबसे ज्यादा मामले दर्ज हो रहे हैं। इसमें हजरतगंज, विभूतिखंड, गोमती नगर थाने टॉप पर हैं। यहां हर तीसरा केस धोखाधड़ी से संबंधित है। हजरतगंज, गोमती नगर और विभूतिखंड इलाके में सरकारी कार्यालय होने के चलते इन थानों में सबसे ज्यादा केस दर्ज हुए हैं।
एसटीएफ, साइबर सेल व पुलिस कर रही जांच फ्राड से संबंधित मामलों में एसटीएफ, साइबर सेल और सिविल पुलिस के पास सैकड़ों मामले जांच के लिए पेंडिंग हैं। मामले में एसटीएफ ने सबसे ज्यादा एक्शन लिया है। साथ ही बड़े पैमाने पर गैंग व उनके मेंबर्स को अरेस्ट किया है। साइबर सेल ने भी फ्राड के मामले में पिछले साल पचास से ज्यादा मामले का खुलासा किया था हालांकि इस साल कोविड के चलते बड़े पैमाने पर खुलासा नहीं कर सकी है। साल दर साल बढ़ रहे केस फ्राड के मामले में लखनऊ में साल दर साल केस बढ़ते जा रहे हैं। 2017 में जहां साइबर सेल में 7 से 8 सौ मामले दर्ज हुए थे। वहीं 2018 में यह संख्या एक हजार का आंकड़ा छू चुकी जबकि 2019 में 12 सौ से ज्यादा मामले आए थे और 2020 तक यह संख्या दो हजार के पार पहुंच गई है। यहां सबसे ज्यादा फ्राड के केस हजरतगंज, विभूतिखंड, गोमतीनगर, अलीगंज मडि़यांव, चिनहट, आशियाना, चौक, महानगर हुसैनगंज, कृष्णानगर एक नजर में फ्राड के मामले7 जनवरी - हेल्थ इंश्योरेंस के नाम पर पांच सौ फर्जी बीमा पॉलिसी से करीब 2 करोड़ की ठगी करने वाले गैंग के चार मेंबर्स अरेस्ट
19 जनवरी- फर्जी तरीके से सेना भर्ती व मेडिकल में पास करने वाले रैकेट का खुलासा करते हुए सेना के दो जवान समेत चार मेंबर्स अरेस्ट, फेक दस्तावेज बरामद 23 जनवरी- विभूतिखंड थाने में कार्ड क्लोन तैयार कर अकाउंट से कैश उड़ाने वाले गैंग के चार मेंबर्स अरेस्ट, भारी मात्र में सामान बरामद 13 फरवरी- फर्जी वेबसाइट बनाकर हॉलीडे पैकेज के नाम पर लाखों की ठगी करने वाला गैंग के चार मेंबर्स अरेस्ट 24 फरवरी- मल्टीलेवल मार्केटिंग के जरिए पब्लिक से दो सौ करोड़ रुपये ठगी करने वाले सरगना मुकेश सिंह अरेस्ट 26 फरवरी- सेना में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले लखनऊ कैंट से सेना के दो जवान अरेस्ट 4 मार्च- राष्ट्रीय पशुधन बीमा योजना के तहत कंपनी को काम देने का लालच देकर 15 करोड़ की ठगी करने वाले मास्टर माइंड हेमंत कुमार मिश्र अरेस्ट 12 जून- डाक विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले संदीप कुमार सिंह व संदीप मौर्या गिरफ्तार22 जुलाई- कार्ड का क्लोन तैयार कर एकाउंट से कैश उड़ाने वाले गैंग के दो मेंबर्स अरेस्ट, कई मात्रा में सामान बरामद
9 सितंबर- फर्जी तरीके से सेना में भर्ती व मेडिकल अनफिट अभ्यर्थियों को पास करने का रैकेट चलाने वाले गैंग का खुलासा 11 अक्टूबर- सचिवालय व अन्य सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का सरगना देवेश कुमार समेत अन्य आरोपी अरेस्ट 13 अक्टूबर- नौकरी दिलाने के नाम पर लिंक भेज कर अकाउंट से कैश उड़ाने वाले गैंग का सरगना समेत 11 आरोपी अरेस्ट 15 अक्टूबर- शादी, लाटरी के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले गैंग के चार नाइजीरियन अरेस्ट 21 अक्टूबर- बैकिंग फ्राड गैंग के सदस्य मनीष मौर्या अरेस्ट 4 नवंबर- एक लाख से 15 लाख रुपये लेकर सरकारी विभाग में संविदा नौकरी लगाने का झांसा देने वाले गैंग का सरगना समेत 6 अभियुक्त अरेस्ट (एसटीएफ के रिकार्ड के अनुसार)