- 57 निजी कोविड अस्पतालों में लगने थे आक्सीजन प्लांट

- अगले सप्ताह प्रशासन ने बुलाई संचालकों की बैठक

कुल कोविड अस्पताल - 59

जहां प्लांट उपलब्ध - 7

वर्क आर्डर दिया जा चुका - 5

जहां प्लांट की प्रक्रिया जारी - 47

LUCKNOW :

कोरोना की तीसरी संभावित लहर से पहले निजी कोविड अस्पतालों को आक्सीजन प्लांट से लैस करने की प्रशासनिक आदेशों पर अब तक कितना अमल किया गया, इस पर डीएम ने सभी अस्पतालों से रिपोर्ट तलब की है। अगले सप्ताह सभी अस्पतालों के संचालकों को डीएम के सामने अब तक की प्रगति का पे्रजेंटेशन देना होगा।

कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की बढ़ी संख्या से आक्सीजन का जबर्दस्त संकट चारों ओर छा गया था। तमाम अस्पतालों ने अपने यहां मरीजों को भर्ती करने से इन्कार कर दिया था तो कई अस्पताल भर्ती मरीजों को नहीं रखने पर अड़े थे। प्रशासन ने इस पर गोमतीनगर स्थित सन अस्पताल के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था। दरअसल, प्रशासन ने जिन अस्पतालों में कोविड इलाज के लिए अनुमति दी थी, वहां पर केवल सात को छोड़कर किसी के पास भी आक्सीजन की स्थायी व्यवस्था नहीं थी। इसी वजह से जैसे ही मरीजों की संख्या बढ़ने लगी, हर तरफ अफरातफरी मच गई। दूसरी लहर से सबक लेते हुए प्रशासन ने सभी निजी अस्पतालों को आक्सीजन की स्थायी व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। डीएम अभिषेक प्रकाश के मुताबिक, सभी निजी अस्पतालों में अनिवार्य रूप से आक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे। अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट स्थापित करने की प्रक्रिया कहां तक पहुंची, सभी अस्पतालों से इस बाबत रिपोर्ट मांगी जा रही है। अगले सप्ताह सभी अस्पताल संचालकों की बैठक में इसकी समीक्षा होगी। बिना आक्सीजन की स्थायी व्यवस्था के कोई भी अस्पताल नहीं चलने दिया जाएगा।

Posted By: Inextlive