- सीधे हाईस्कूल और इंटर में एडमिशन हुआ मुश्किल

- अगले सेशन से लागू होगी प्रक्रिया, स्टूडेंट्स की उपस्थिति बनी महत्वपूर्ण

- एडमिशन के नियमों में हुए बदलाव को पूरी तरह से प्रभावी बना दिया जाएगा

shyamchandra.singh@inext.co.in

LUCKNOW: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यूपी बोर्ड ने क्लास 9 से 12 तक में एडमिशन के नियमों में व्यापक बदलाव किए हैं। इस नई प्रक्रिया को अगले सेशन से लागू किया जाएगा। एडमिशन के नियम बदलने के साथ इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में स्टूडेंट्स के उपस्थिति पर भी विशेष तौर पर ध्यान दिया जाएगा। ऐसे स्टूडेंट्स जो क्लास 9 या क्लास 11 में पढ़ाई करने के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं और अपने को व्यक्तिगत स्टूडेंट्स के रूप में रजिस्ट्रर्ड करा लेते हैं तो उन्हें क्लास 10 और 12 में सीधे एडमिशन नहीं दिया जाएगा। मौजूदा समय में बोर्ड अपने स्तर पर चार तरह की एग्जाम कराता है। हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, विखडिंत, एक विषय और इंटरमीडिएट व्यावसायिक शिक्षा परीक्षा। परिषद ने क्लास 11 (2016) और क्लास 12 (2017) के अलग-अलग कोर्स जारी कर दिए हैं। इसके साथ जो बदलाव किए गए हैं, उन्हें भी स्पष्ट किया गया है।

सब्जेक्ट बदलने के नियम बदले

अगले सेशन से एडमिशन के नियमों में हुए बदलाव को पूरी तरह से प्रभावी बना दिया जाएगा। नए नियमों के अनुसार, मान्यता प्राप्त स्कूल व कॉलेजों वो स्टूडेंट्स जो क्लास 09 में व क्लास 11 में एक सब्जेक्ट या कई सब्जेक्ट में परिवर्तन की अनुमति मिल सकती है। वहीं क्लास 10 में एक ही सब्जेक्ट या उसे अधिक सब्जेक्ट व क्लास 12 में एक वर्ग में एक सब्जेक्ट व उसे अधिक सब्जेक्ट अथवा एक वर्ग से दूसरे वर्ग में परिवर्तन की अनुमति नहीं दी जाती है। इसके लिए स्टूडेंट्स को पहले क्लास 09 और क्लास 11 में रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य कर दिया गया है।

बदली रजिस्ट्रेशन कराने की डेट

सेशन परिवर्तन के कारण अब रजिस्ट्रेशन की डेट में परिवर्तन किया गया है। जो स्टूडेंट्स क्लास 09 एवं 11 में हैं उन्हें 01 अप्रैल से 05 अगस्त के बीच एडमिशन लेना होगा। स्थानान्तरण से आए स्टूडेंट्स और हाईस्कूल की कंपार्टमेंट, स्क्रूटनी, के स्टूडेंट्स को ही 05 अगस्त तक का लाभ मिलेगा।

बदले एडमिशन के नियम

अगर किसी स्टूडेंट्स ने मान्यता प्राप्त संस्था में शिक्षा नहीं पाई है या क्लास 10 में पास होने से पहले ही संस्था छोड़ दी है। इसी तरह क्लास 11 पास करने के बाद संस्था छोड़ दी है। तो ऐसे स्टूडेंट्स अगर प्राइवेट स्टूडेंट्स के रूप में एग्जाम में बैठने की अनुमति मिली है, तो अगले सेशन से उन्हें क्लास 10 व क्लास 12 में एडमिशन नहीं ले सकेगा। इसी तरह अब कोई भी स्टूडेंट्स जो किसी दूसरे बोर्ड से नौवीं और ग्याहरवीं के पढ़ाई करके बीच में अपना बोर्ड या स्कूल छोड़कर माध्यमिक शिक्षा परिषद में आता है। तो ऐसे स्टूडेंट्स को भी अब डायरेक्ट हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में एडमिशन नहीं दिया जाएगा। ऐसे स्टूडेंट्स को पहले नौंवी और 11वीें में एडमिशन लेकर बोर्ड एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके अलावा सभी स्टूडेंट्स की उपस्थिति भी 75 फीसदी जरूरी कर दी गई है। अभी तक भले ही कम हाजिरी पर बोर्ड परीक्षा में बैठने को मिल जाता थी। लेकिन अब 75 फीसदी हाजिरी के बिना परीक्षा में बैठना मुश्किल होगा। इसके लिए बोर्ड अलग से रणनीति तैयार करेगा ताकि उपस्थिति 75 फीसदी हो।

नए नियम से स्टूडेंट्स का यूपी बोर्ड के प्रति नजरिया बदलेगा और साथ ही नकल माफिया पर भी रोक लगाई जा सकेगी। जो बिना सोचे समझे केवल पैसों की लालच में स्टूडेंट्स को किसी भी क्लास में रजिस्ट्रड करा देते है।

- डॉ। आरपी मिश्रा,

प्रवक्ता, माध्यमिक शिक्षक संघ

नकल माफिया पर रोक लगाने के लिए बोर्ड की ओर से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम को लागू किया था। इसी कड़ी में अब नियमों में बदलाव कर उसे और सख्त बनाया गया है। इसे बोर्ड की छवि सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगा।

डॉ। महेंद्र नाथ राय,

प्रवक्ता, माध्यमिक शिक्षक संघ

Posted By: Inextlive