संजय गांधी पीजीआई में भ्रूण से लेकर बच्चों से संबंधित सभी बीमारियों का इलाज अब एक ही छत के नीचे होगा। इसके लिए संस्थान परिसर में एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर की स्थापना की जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक अगले तीन-चार माह में बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा और उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत में पहला फेज शुरू हो जाएगा।

लखनऊ (ब्यूरो)। पीजीआई में करीब 510 बेडों की क्षमता वाला एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर की स्थापना की जानी है। करीब 500 करोड़ रुपये की लागत वाले इस सेंटर को शासन से मंजूरी मिल चुकी है। जिसके बाद इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें बच्चों से संबंधित करीब 22 विभागों समेत 2 यूनिट की स्थापना की जाएगी। 123 फैकल्टी और 185 सीनियर रेजीडेंट्स की भी नियुक्ति की जाएगी। साथ ही बड़ी संख्या में नर्सेज, टेक्नीशियन, वार्ड ब्वाय समेत अन्य स्टॉफ की भी भर्ती की जायेगी। जिसकी प्रक्रिया जल्द ही शुरू कर दी जाएगी। संस्थान प्रशासन का दावा है कि यह सेंटर नार्थ इंडिया में सबसे बड़ा पीडियाट्रिक सेंटर होगा।

हर बीमारी का होगा इलाज
निदेशक प्रो। आरके धीमन ने बताया कि एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर में गर्भ में पल रहे भ्रूण की जांच से लेकर बच्चों तक में होने वाली बीमारियों का इलाज किया जाएगा। सभी सुपर स्पेशियलिटी विभाग बच्चों के लिए अलग खोले जाएंगे। जहां बच्चों को इंटरनेशनल लेवल का ट्रीटमेंट मिल सकेगा। अभी इसका डीपीआर बन रहा है। निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूर्ण कराने का काम किया जाएगा। साथ ही जितनी मैन पॉवर की जरूरत होगी उसे भी पूरा किया जाएगा।

हर विभाग की मिलेगी सुविधा
सेंटर पर बच्चों के लिए सुपर स्पेशियलिटी के नियोनेटल, गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, कार्डियोलॉजी सर्जरी, इंडोक्राइनोलॉजी, पल्मोनोलॉजी, क्रिटिकल केयर, ऑन्कोलॉजी, आर्थोपेडिक्स, यूरोलॉजी, इमरजेंसी मेडिसिन समेत कुल 22 विभाग खुलेंगे। जबकि मेडिकल जेनेटिक्स और सोशल पीडियाट्रिक्स समेत दो यूनिट स्थापित की जाएंगी। हर विभाग में सुपर स्पेशलिस्ट फैकल्टी और स्टाफ तैनात किए जाएंगे।

एडवांस पीडियाट्रिक्स सेंटर का निर्माण कार्य अगले 3 से 4 माह में शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है। उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत में सेंटर शुरू हो जाएगा।
- प्रो आरके धीमन, निदेशक पीजीआई

Posted By: Inextlive