कोविड के दौरान ज्यादातर लोग फाइनेंशियल क्राइसिस का शिकार रहे। इसकी वजह से वे अपने आशियाने के सपने को साकार नहीं कर सके। अब कोविड का असर लगभग समाप्त हो चुका है और लोगों की जिंदगी फिर से पटरी पर आ रही है तो इसका सीधा फायदा रियल एस्टेट सेक्टर को मिल रहा है।


लखनऊ (ब्यूरो)। गोमतीनगर में रहने वाले अंकित सिंह अभी तक 2बीएचके फ्लैट में रहते थे लेकिन अब उनकी जरूरत 3बीएचके फ्लैट की हो गई है। कोविड काल में तो उन्होंने अपनी इस जरूरत को नजरअंदाज किया लेकिन अब जैसे ही कोविड का खौफ समाप्त हुआ, उनके कदम रियल एस्टेट सेक्टर की तरफ बढ़ चले। यह तो महज एक उदाहरण है लेकिन हकीकत यह है कि एक बार फिर से रियल एस्टेट सेक्टर कारोबार रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है। भले ही अभी बड़े इंवेस्टर्स सामने न आए हों लेकिन मध्यमवर्गीय बायर्स अपने आशियाने के सपने को पूरा करते हुए नजर आ रहे हैैं। पब्लिक के पॉजीटिव रिस्पांस को देखते हुए रियल एस्टेट कारोबारियों के चेहरे पर भी खुशी बिखर गई है।फाइनेंशियल क्राइसिस का असर


कोविड के दौरान ज्यादातर लोग फाइनेंशियल क्राइसिस का शिकार रहे। इसकी वजह से वे अपने आशियाने के सपने को साकार नहीं कर सके। अब कोविड का असर लगभग समाप्त हो चुका है और लोगों की जिंदगी फिर से पटरी पर आ रही है तो इसका सीधा फायदा रियल एस्टेट सेक्टर को मिल रहा है। अब फेस्टिव सीजन शुरू हो गया है, ऐसे में इस सीजन की चमक रियल एस्टेट सेक्टर पर दिखाई देने लगी है।40 फीसदी तक उठेगा मार्केट

रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञों की माने तो अभी से ही बायर्स का उत्साह देखने को मिल रहा है। अगर यही तस्वीर रही तो इस फेस्टिव सीजन रियल एस्टेट सेक्टर 40 फीसदी तक ग्रोथ कर सकता है। भले ही पुराना गैप कवर न हो लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि आने वाले दिन सेक्टर के लिए खुशखबरी लेकर आने वाले हैैं। इस मौके को भुनाने के लिए कई कंपनियां ऑफर भी ला सकती हैैं। कई रियल एस्टेट कंपनियों की ओर से नई आवासीय योजनाओं की भी लांचिंग किए जाने संबंधी तैयारी की जा रही है।पब्लिक की ये डिमांड1-रेडी टू मूव हाउस2-इंडीपेंडेंट हाउस3-नई आवासीय योजनाओं में इंवेस्टमेंट4-बड़े फ्लैट की तरफ बढ़े कदमबड़े इंवेस्टर्स का इंतजार

रियल एस्टेट सेक्टर को अभी बड़े इंवेस्टर्स का इंतजार है। बड़े इंवेस्टर्स से तात्पर्य उन लोगों से हैै, जो सिर्फ इंवेस्टमेंट प्वाइंट ऑफ व्यू से सेक्टर से जुड़ते हैैं और इसका सीधा लाभ रियल एस्टेट कंपनियों को मिलता है। कोविड की लहर समाप्त होने के बाद रियल एस्टेट कारोबारियों को उम्मीद थी कि अब बड़े इंवेस्टर्स सामने आएंगे लेकिन अभी तक ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है। जिसकी वजह से रियल एस्टेट के बड़े कारोबारी कुछ निराश नजर आ रहे हैैं। हालांकि, उन्हें उम्मीद है कि फेस्टिव सीजन में कुछ परिवर्तन देखने को मिल सकता है।बोले दिग्गजनिश्चित रूप से अब रियल एस्टेट कारोबार रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है। कोविड के बाद अब फिर से फ्लैट्स और इंडीपेंडेंट हाउसेस की डिमांड आने लगी है, जो एक सुखद संकेत है। हालांकि, लोग अपने कदम प्रतिष्ठित रियल एस्टेट कंपनियों की तरफ ही बढ़ा रहे हैैं, जिससे उनके साथ कोई धोखाधड़ी न हो।-एसके जग्गी, सीओओ, एल्डिको ग्रुपअभी रियल एस्टेट सेक्टर को बड़े इंवेस्टर्स का इंतजार है। जब तक बड़े इंवेस्टर्स सामने नहीं आएंगे, तब तक सही मायने में सेक्टर रफ्तार नहीं पकड़ेगा। बड़े इंवेस्टर्स के माध्यम से ही सेक्टर को ग्रोथ मिलती है। अब फेस्टिव सीजन शुरू हुआ है, उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बड़े इंवेस्टर्स की सोच में कुछ चेंज देखने को मिले।-प्रणव कुमार सिंह एवं डॉ। धीरेंद्र प्रताप सिंह, चेयरमैन, एसएससी ग्रुप ऑफ कंपनीज
मेरा मानना है कि वर्तमान समय में पब्लिक की ओर से खासकर नई आवासीय योजनाओं में खासा इंवेस्ट किया जा रहा है। यह तस्वीर लखनऊ में खासतौर पर देखने को मिल रही है। कोविड के बाद अब रियल एस्टेट सेक्टर में भी फिर से चमक बिखरती हुई नजर आ रही है। उम्मीद की जा सकती है कि फेस्टिव सीजन में बायर्स की संख्या बढ़ेगी।-मनीष एस सिकरवार, डायरेक्टर सेल्स, वाईटीटी ग्रुपप्लॉट या मकान खरीदें तो रखें ध्यानअक्सर देखने में आता है कि लोग जल्दबाजी में ऐसी जगह प्लॉट या मकान खरीद लेते हैैं, जो पहले से ही विवादों से घिरी होती है या नियम विरुद्ध होती है। जिसके चलते लोगों की गाढ़ी कमाई तो डूबती ही है साथ ही उनका आशियाना संबंधी सपना भी टूट जाता है। ऐसे में अगर प्लॉट या मकान खरीदने जा रहे हैैं तो इन बातों का जरुर ध्यान रखें।1-रेरा में प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड हो2-एलडीए या आवास विकास से ले आउट पास हो3-नियमों के अनुसार नक्शा बना हो4-कोई थर्ड पार्टी इंवॉल्व न हो5-संपत्ति के कागजातों की विशेषज्ञों से जांच

Posted By: Inextlive