ब्लाइंड लोगों को रास्ता दिखाएगा एकेटीयू का लॉकेट
- कोरोना काल में एकेटीयू के स्टूडेंट्स ने बनाए कई उपकरण
LUCKNOW: कोरोना के कारण यूनिवर्सिटीज में हो रही नई खोजों एवं रिसर्चो पर भी ब्रेक लग गया है। एकेटीयू के स्टूडेंट्स ने इस दौरान कई खोजों को अंजाम दिया है हालांकि उनका परीक्षण कोरोना के कारण नहीं हो सका है। इसमें से कई उपकरण मेडिकल फील्ड से जुड़े हैं। पेश है पी। मार्कण्डेय की रिपोर्ट किस गए इस फील्ड से जुडे़ रिसर्च एकेटीयू के स्टूडेंट्स ने इस कोरोना काल में हाईब्रीड रोबोटिक्स, सोलर एनर्जी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आदि से संबंधित कई उपकरणों का निर्माण किया है। इनमें से कई उपकरण ऐसे हैं जो अगर अप्रूव हो जाते हैं तो कई मेडिकल सुविधाएं सुलभ और सस्ती हो सकती हैं। ये उपकरण हैं खास - सीने पर रखने से ही चंद मिनट में मशीन बता देगी दिल का हाल- गर्भ में पल रहे बच्चे की हेल्थ जानकारी बिना टेस्ट के ही चलेगी पता
- सेंसर लॉकेट ब्लाइंड व्यक्ति को बताएगा रास्ता बाक्स लॉकेट जो बताएगा रास्तास्टूडेंट्स ने एक ऐसा लॉकेट बनाया है जो सेंसर के आधार पर चीजों को पहचानता है। ब्लाइंड व्यक्ति जब इसे पहनकर चलेंगे तो सेंसर के माध्यम से उन्हें आसपास की हर चीज का आभास होता रहेगा। एकेटीयू में इस लॉकेट पर काम पूरा किया जा चुका है।
बाक्स बड़ी चीजें भी आसानी से सेनेटाइज स्टूडेंट्स ने एक शुद्धि सुरंग का निर्माण किया है। इसमें स्प्रे सेनेटाइजेशन और अल्ट्रा वायलेट किरणों से भारी उपकरणों एवं बड़े आकार की वस्तुओं को चंद पल में पूरी तरह सेनेटाइज किया जाता है। बाक्स इस फील्ड में भी किया गया काम - थ्रीडी प्रिंटिंग - ईसीजी - इलेक्ट्रो इनसेफेलसग्राम - बच्चों के लिए न्यूरल नेटवर्क कोट कई मेडिकल उपकरण लोगों के फायदे के लिए बनाए गए हैं। यूनिवर्सिटी को अपने इन मेडिकल उपकरणों को केजीएमयू में टेस्ट के लिए देना है। कोरोना के दौरान यह नहीं हो सका है। प्रो। एम के दत्ता, सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज