दांतों की बनावट को ठीक करने के लिए तार बांधा जाता है पर साफ-सफाई अधिक करने की समस्या रहती है। साथ ही मुंह में बैक्टीरिया पनपने का भी खतरा रहता है जिसकी वजह से बार-बार डॉक्टर के चक्कर लगाने पड़ते हैं। पर एलाइनर की मदद से यह सब झंझट नहीं होगी जिससे मरीजों को फायदा होगा।


लखनऊ (ब्यूरो)। अब टेढ़े-मेढ़े दांतों को ठीक कराने के लिए लोगों को तार बांधवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि जल्द ही एलाइनर तकनीक की मदद से दांतों की बनावट को ठीक किया जा सकेगा। इसमें मरीजों को किसी तरह की कोई दिक्कत भी नहीं होगी। यह सुविधा जल्द केजीएमयू के डेंटल विभाग में शुरू होने जा रही है। यह जानकारी केजीएमयू के डेंटल विंग के डीन डॉ। एपी टिक्कू ने दी।कम समय में सही आकार
डेंटल विंग में सेमिनार के दौरान डॉ। टिक्कू ने बताया कि संस्थान द्वारा करीब एक करोड़ रुपये की लागत से एलाइनर मशीन खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। इसकी मदद से मरीज मनचाही मुस्कान हासिल कर सकेंगे। एलाइनर तकनीक में कंप्यूटराइज्ड स्कैनर की मदद से मुंह के अंदर की तस्वीर ली जाती है, जिसकी मदद से दांतों के टेढ़े या आगे-पीछे होने का पता लग सकेगा। साथ ही, कम्प्यूटर स्क्रीन पर मरीज के जबड़े की तस्वीर आ जाएगी। इसके बाद कम्प्यूटर की मदद से ही खास उपकरण तैयार हो जाता है, जो पूरी तरह से मुंह में फिट हो जाता है। यह उपकरण तार के मुकाबले अधिक कारगर साबित होगा, जिससे कम समय में दांतों को सही आकार दिया जा सकेगा।संक्रमण का खतरा बेहद कम


दांतों की बनावट को ठीक करने के लिए तार बांधा जाता है, पर साफ-सफाई अधिक करने की समस्या रहती है। साथ ही मुंह में बैक्टीरिया पनपने का भी खतरा रहता है, जिसकी वजह से बार-बार डॉक्टर के चक्कर लगाने पड़ते हैं। पर एलाइनर की मदद से यह सब झंझट नहीं होगी, जिससे मरीजों को फायदा होगा।

***********************************************************सीएम आरोग्य स्वास्थ्य मेला का आयोजनजिले के सभी ग्रामीण व नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजित हुआ। आरोग्य मेले में कोविड टीकाकरण, गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन सेवाएं, पूर्ण टीकाकरण, बच्चों में डायरिया व निमोनिया के रोकथाम, बचाव और उपचार की जानकारी और सुविधाएं दी गई। आरोग्य मेले का कुल 4565 लोगों ने लाभ उठाया, जिसमें 1720 पुरुष, 2056 महिलायें और 789 बच्चे शामिल हैं। इस दौरान आयुष्मान भारत योजना के 44 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड भी बनाया गया। इसके साथ ही 27 लोगों ने कोविड एंटीजन टेस्ट कराया, सभी निगेटिव आए।

Posted By: Inextlive