- उपभोक्ता देवो भव: तभी चरितार्थ जब समस्याएं तुरंत हो निस्तारित

- बकायेदारों के कनेक्शन काटने के बाद भी हो मानीट¨रग

रुष्टयहृह्रङ्ख : उपभोक्ताओं की समस्याओं को प्राथमिकता पर निस्तारित करें। अगर कोई शिकायत दर्ज होती है तो उसे निस्तारित करने के बाद फीडबैक जरूर लें। कोई काम लंबित न रखा जाए, प्रयास हो कि रोज का काम रोज निस्तारित हो। तभी उपभोक्ता देवो भव: चरितार्थ होगा। मंगलवार को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के निर्देश पर अधीक्षण अभियंता अशोक सुंदरम ने रेजीडेंसी उपकेंद्र का निरीक्षण करने के दौरान यह बातें कहीं।

सभी कर्मचारी मौजूद मिले

उन्होंने निरीक्षण में पाया कि मौके पर सभी कर्मचारी उपस्थित थे। इसके अलावा जून में रेजीडेंसी उपकेंद्र के क्षेत्र के अंतर्गत विद्युत आपूर्ति व्यवधान कम पाए जाने पर टीम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जो भी शिकायतें टोल फ्री नंबर 1912, सोशल मीडिया, एवं अन्य माध्यम से आती है, उन्हें प्राथमिकता पर निस्तारित किया जाए। दस हजार से अधिक धनराशि के बकायेदार उपभोक्ताओं से गैंगवार टारगेट निर्धारित कर प्रतिदिन वसूली सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। इसके अतिरिक्त पूर्व में काटे गए संयोजनों की लगातार मॉनीट¨रग कर बकाया धनराशि बिना जमा करे जुड़ने पर धारा 138 के अंतर्गत कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। निरीक्षण के दौरान अधिशाषी अभियंता रेजीडेंसी केके यादव, उपखण्ड अधिकारी आशीष कुमार विश्वकर्मा, अवर अभियंता रेजीडेंसी केदारनाथ शुक्ला, तकनीशियन धर्मेंद्र शर्मा, अनिल कुमार सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive