सूत्र बताते हैं कि बीए और बीएससी के रिजल्ट तैयार हो गया। एजेंसी ने रिजल्ट का प्रतिशत बताया तो एलयू के अधिकारियों के कान खड़े हो गए। वे यह मानने को तैयार नहीं हुए कि इतनी कम संख्या में छात्र पास होंगे। वीसी से सलाह मशविरा कर रिजल्ट रोक दिया गया।


लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन के रिजल्ट में गड़बड़ी का सिलसिला जारी है। बीकाम और बीए छठे सेमेस्टर के बाद अब बीएससी और बीए चौथे सेमेस्टर का रिजल्ट रोका दिया गया है। इसमें हुई गड़बड़ी को पकडऩे के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन इस सेमेस्टर के प्रश्न पत्रों की आंसर की को गहनता से जांचने में जुटा है। बीते शैक्षिक सत्र के ग्रेजुएशन सम सेमेस्टर परीक्षा का आए दिन किसी न किसी सेमेस्टर का रिजल्ट रोका जा रहा है। सभी में सही मूल्यांकन नहीं होने की बात सामने आ रही है। बीए और बीएससी के चौथे सेमेस्टर का रिजल्ट भी इसी वजह से रोका गया है। सूत्रों का कहना है कि इसमें भी आंसर की के गलत होने की बात कही जा रही है। लिहाजा शिक्षकों की तरफ से आंसर की को जांचा जा रहा है। इस बार यूनिवर्सिटी प्रशासन ने रिजल्ट में गड़बड़ी की बात छुपाने के लिए कंडक्ट हाल में ना बुलाकर सभी शिक्षकों के पास आंसर की जांच के लिए भेजी है।स्टूडेंट्स के फेल होने पर जागा एलयू


सूत्र बताते हैं कि बीए और बीएससी के रिजल्ट तैयार हो गया। एजेंसी ने रिजल्ट का प्रतिशत बताया, तो एलयू के अधिकारियों के कान खड़े हो गए। वे यह मानने को तैयार नहीं हुए कि इतनी कम संख्या में छात्र पास होंगे। वीसी से सलाह मशविरा कर रिजल्ट रोक दिया गया। सूत्र बताते हैं कि कई विषयों में काफी संख्या में स्टूडेंट्स को या तो शून्य मिला है या फिर इतने कम नंबर हैं कि उस पर यकीन नहीं किया जा सकता।आंसर की में मिल रहीं गलतियांयूनिवर्सिटी के सूत्रों का कहना है कि शिक्षकों ने आंसर की जांची हैं। उसमें करीब 17 प्रश्नों के उत्तर गलत थे। इसी तरह अन्य विषयों में भी गलतियां सामने आ रही हैं। उनका कहना है कि चार सीरीज की बुकलेट के कम्प्यूटर से मूल्यांकन के लिए मुख्य आंसर की से चार आंसर की एजेंसी बनवाती है। उसमें ही कहीं गलती हो रही है। सूत्रों का कहना है कि आखिरी मू्ल्यांकन से पहले आंसर की का परीक्षण क्यों नहीं कराया जाता, परीक्षा कार्यों से जुड़े शिक्षक व अधिकारी क्या करते हैं। सवाल उठाता है कि एजेंसी रिजल्ट कम होने की जानकारी नहीं देगी तो क्या यूनिवर्सिटी के अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हट जाएंगे।पीजी की काउंसलिंग पर पड़ रहा असर

वहीं ग्रेजुएशन के सभी विषयों का रिजल्ट नहीं आने से इसका सीधा असर यूनिवर्सिटी के एडमिशन प्रक्रिया पर पड़ रहा है। यूनिवर्सिटी ने पीजी कोर्सेज में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित तो करा ली, पर सभी यूजी विषयों के रिजल्ट न आने के कारण वे पीजी कोर्सेज में एडमिशन के लिए काउंसलिंग का शेड्यूल नहीं तैयार कर पा रहे हैं। यहां तक पीजी प्रवेश परीक्षा की आंसर की तक वेबसाइट पर अपलोड नहीं की जा रही है। एडमिशन कोऑर्डिनेटर प्रो। पंकज माथुर का कहना है कि यूजी के सभी विषयों के रिजल्ट जारी होने के बाद भी पीजी कोर्सेज की काउंसलिंग शुरू की जाएगी।

Posted By: Inextlive