LUCKNOW: श्रीरामलीला समिति द्वारा ऐशबाग में रामलीला मैदान के तुलसी सभागार में रामलीला के छठे दिन गुरुवार को कुटिया निर्माण, सूर्पनखा की नाक काटने, रावण के राजदरबार और सीता हरण के प्रसंग ने भक्तों को भाव विभोर कर दिया। भक्तों ने घरों पर मोबाइल और लैपटॉप पर ऑनलाइन रामलीला देखी।

मैं तो विवाहित हूं

रामलीला की शुरुआत पंचवटी में कुटिया निर्माण लीला से हुई। भगवान श्रीराम चित्रकूट से पंचवटी पहुंचते हैं तो वह जंगल में एक स्थान देखकर कुटिया निर्माण के लिए लक्ष्मण को साम्रगी लाने के लिए कहते हैं। इस पर लक्ष्मण लकड़ी और घास-पूस के लिए चले जाते हैं। वह जंगल में लकड़ी काट रहे थे इस दौरान आकाश मार्ग से लंका जा रही सूर्पनखा की उन पर नजर पड़ती है। वह वेश बदलकर लक्ष्मण के पास पहुंचती है और विवाह के लिए कहती है। लक्ष्मण सूर्पनखा को राम के पास भेज देते हैं। राम कहते हैं कि मैं तो पहले से विवाहित हूं, तुम लक्ष्मण से बात करो, इस दौरान दोनों एक-दूसरे के पास कई बार भेजते हैं और सभी बार सूर्पनखा को निराशा का सामना करना पड़ता है, यह बात सूर्पनखा को खराब लगती है और वह अपने वास्तविक रूप में आकर सीता पर प्रहार करती है। इस बीच लक्ष्मण सूर्पनखा के नाक कान काट लेते हैं। इसके बाद रावण का राजदरबार, सीताहरण और जटायु वध लीला का प्रसंग हुआ, जिसे सभी भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

Posted By: Inextlive