पुलिस पूछताछ में हत्यारोपी सुशील ने बताया कि हत्या करके इटौंजा रायपुर निवासी दोस्त राजेश कुमार सिंह के घर चला गया। जहां पुलिस के पकड़े जाने के डर से नेपाल भाग गया। दो दिन रुकने के बाद मामला शांत होने पर लखनऊ आया। कोर्ट में हाजिर होने की कोशिश में था लेकिन पकड़ा गया।


लखनऊ (ब्यूरो)। कैसरबाग थाना क्षेत्र स्थित होटल जस्ट 9 इन में युवती की हत्या उसके ही पहले प्रेमी सुशील ने की थी। पुलिस ने आरोपी युवक और उसके साथी को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया। आरोपी ने युवती के दूसरे युवक से प्रेम संबंध होने पर घटना को अंजाम देने की बात कबूल की है। प्यार और जमीन, दोनों के छीनने के डर से वह आक्रोशित था और प्रेमिका का रेप करने के बाद उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी। कोर्ट में सरेंडर की फिराक में था


कैसरबाग इंस्पेक्टर अजय नारायण सिंह ने बताया कि होटल में दर्ज युवती और उसके साथी युवक के दस्तावेज और सीसीटीवी से अहम सुराग मिले। जिससे पता जला कि युवती आलमनगर बादशाहखेड़ा निवासी सुशील कुमार जायसवाल के साथ होटल के कमरा नंबर 924 में रुकी थी। जहां घटना को अंजाम देकर सुशील जायसवाल भाग गया। सर्विलांस की मदद से आरोपी और मृतका के विषय में जानकारी हुई। वह मामला ठंडा होने पर कोर्ट में सरेंडर के फिराक मेें था। जिससे पहले पुलिस ने उसे और मददगार दोस्त को गिरफ्तार कर लिया।प्लॉट के कागजात देने के बहाने बुलाया

पुलिस की जांच में सामने आया है कि सुशील ने मृतका के लिए मई 2022 में मिश्रीपुर बक्शी का तालाब में एक जमीन खरीदी थी। जिसके कागजात को लेकर उसका सुशील से विवाद भी हुआ। सुशील ने 12 सितंबर को युवती को प्लाट के कागज दिलाने के नाम पर बुलाया। जहां उसके साथ रेप किया। विरोध करने पर गला दबा दिया।बचने के लिए भाग गया नेपालपुलिस पूछताछ में हत्यारोपी सुशील ने बताया कि हत्या करके इटौंजा रायपुर निवासी दोस्त राजेश कुमार सिंह के घर चला गया। जहां पुलिस के पकड़े जाने के डर से नेपाल भाग गया। दो दिन रुकने के बाद मामला शांत होने पर लखनऊ आया। कोर्ट में हाजिर होने की कोशिश में था, लेकिन पकड़ा गया।एक साल से दूसरे को कर रही थी डेटसुशील ने बताया कि मृतका से उसकी करीब 6 साल से दोस्ती थी। वह उससे शादी करना चाहता था पर पिछले एक वर्ष से वह नितिन द्विवेदी नाम के युवक के साथ रहने लगी। इसको लेकर दोनों के बीच कई बार कहासुनी हुई, लेकिन वह नहीं मानी।तीन लाख व्यूज की मदद से हुई पहचान

इंस्पेक्टर कैसरबाग अजय नारायण ने बताया कि युवती की हत्या के बाद से उसके परिजन सामने नहीं आए थे। जांच में जो आधार कार्ड मिला वह भी गलत निकला। जिसके बाद मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर गोरखपुर और खलीलाबाद पुलिस टीम को भेजा गया। वहां सोशल मीडिया पर फोटो डालकर लोगों से मदद मांगी गई। तीन लाख व्यूज के बाद एक पीएसी के जवान ने युवती की पहचान कर उसके परिजनों तक पहुंचाया।सात साल पहले परिजनों से टूटा नातायुवती के पिता की मौत के बाद मां ने दूसरी शादी कर ली थी। युवती अपने भाई के साथ गोरखपुर के सहजनवां स्थित ननिहाल में रहती थी। 2015 के बाद से वह डांस कंपनी के साथ चली गई और तब से परिजनों से उसका कोई नाता नहीं था। सात साल बाद पुलिस उसके परिजनों तक पहुंची और उसकी मौत की सूचना दी। इसके बाद भी परिजन उसके अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं हुए। काफी समझाने के बाद परिवार का एक सदस्य लखनऊ पहुंचा।

Posted By: Inextlive