इंफोग्राफिक्स

- कृष्णानगर मेट्रो स्टेशन से मनोज पांडेय चौराहे का वसूल रहे अलग-अलग किराया

- किसी ने 300 रुपये तो किसी ने 400 रुपये बताया किराया

- किसी ने दूरी 20 किमी। तो किसी ने 25 किमी बताई

- निर्धारित किराया करीब 160 रुपये ही है

फैक्ट मीटर

- 4545 कितने ऑटो शहर में

- 3000 अवैध ऑटो

- 1 लाख 80 हजार पैसेंजर्स

- किराया निर्धारित नहीं, एक ही जगह के लिए अलग-अलग किराया मांगते हैं ऑटो ड्राइवर

- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने उठाया इस सच से पर्दा

- एआरटीओ के साथ उतरी सड़क पर और परखी सत्यता

sanjeev.pandey@inext.co.in

LUCKNOW: राजधानी में ऑटो ड्राइवर पब्लिक से निर्धारित नहीं बल्कि मनमाना किराया वसूल रहे हैं। आलम यह है कि एक ही दूरी के लिए अलग-अलग किराया वसूला जा रहा है। ऑटो और टैम्पो ड्राइवर की इस वसूली के 'खेल' को जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने एक पड़ताल की, जिसमें शहर के एआरटीओ प्रशासन भी शामिल हुए और पब्लिक के सामने आने वाली परेशानी को देखा। एआरटीओ प्रशासन खुद एक सामान्य यात्री की तरह ऑटो ड्राइवर्स से किराए की जानकारी करते नजर आए। इस दौरान उन्हें पता चला कि एक तरफ तो ऑटो ड्राइवर न तो निर्धारित किराया वसूल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ एक ही दूरी के लिए अलग-अलग धनराशि वसूली जा रही है।

समय : 1:30 दोपहर

स्थान : कृष्णा नगर मेट्रो स्टेशन

ऑटो नंबर :

एआरटीओ : भइया, गोमती नगर मनोज पांडेय चौराहा चलोगे।

ऑटो ड्राइवर : जी चलते साहब।

एआरटीओ : कितना पैसा लोगे।

ऑटो ड्राइवर : 400 रुपए लगेंगे।

एआरटीओ : अरे ये तो बहुत ज्यादा हैं।

ऑटो ड्राइवर : साहब ज्यादा कहां ये ही लगता है।

एआरटीओ : कितना किलोमीटर है?

ऑटो ड्राइवर : करीब 25 किलोमीटर

गोमती नगर मनोज पांडेय चौराहा पहुंचने पर एआरटीओ उतरे और पैसा देने के बाद

एआरटीओ : जो निर्धारित रेट प्रति किमी है, उसके अनुसार किराया क्यों नहीं ले रहे।

ऑटो ड्राइवर : अरे साहब रेट की तुलना में महंगाई इतनी है कि क्या करें।

एआरटीओ : मैं तुम्हारी शिकायत पुलिस और आरटीओ से करूंगा।

इतना सुनते ही ऑटो ड्राइवर फौरन फरार हो गया।

ऑटो संघ के संग होगी बैठक

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम और एआरटीओ ने प्रशासन संजय तिवारी ऐसे ही करीब 5 से 10 ऑटो से किराये के बारे में पूछा तो अलग अलग जवाब मिले। कृष्णा नगर से गोमती नगर स्थित कैप्टन मनोज पांडेय चौराहा तक चलने के लिए कोई किराया 300 रुपए तो कोई 400 रुपए बता रहा था। जबकि नियमत: मात्र 160 रुपए किराया होना चाहिए था.यही नहीं दूरी के हिसाब से किराया लेने पर सब अलग अलग दूरी बताते रहे। पूरी पड़ताल के बाद संजय तिवारी ने ऑटो, टैम्पो और ई-रिक्शा में वसूले जा रहे किराए को लेकर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मामले में ऑटो संघ के साथ बैठक की जाएगी।

इसे जानना है जरूरी

आटो और टैम्पो ड्राइवर्स का लागू किराया 13 जनवरी 2014 से प्रभावी है।

टोल फ्री नंबर 18001800151

email ID: rtolu_up@nic.in

कोट

शहर में निर्धारित किराये के अनुसार ही किराया लिया जाना चाहिए। इससे पब्लिक परेशान होती है। यदि किराया कई साल पहले निर्धारित हुआ है तो इस पर विचार किया जाना चाहिए, लेकिन बढ़े हुए किराए से अधिक किराया लेने का अधिकार किसी को नहीं है।

संजय तिवारी, एआरटीओ प्रशासन

किराया बढ़ाए जाने के लिए कई बार एसटीए को लिखा गया है। जब किराया निर्धारित किया गया था तब से महंगाई बहुत बढ़ चुकी है। ऐसे में जब ऑटो ड्राइवर की कमाई नहीं होगी तो उसका घर-बार कैसे चलेगा।

पीयूष वर्मा, महामंत्री

यह है मानक के अनुसार किराया

राज्य परिवहन प्राधिकरण द्वारा निर्धारित किराया

- ऑटो बुक कराने पर प्रथम किमी 6.39 रुपए

- इसके बाद हर 500 मीटर के लिए 3.04 रुपए

चल रहा है शेयरिंग किराया

ऑटो ड्राइवर्स का कहना है कि अभी शहर में ऑटो में मीटर नहीं लगे हैं। ऐसे में हम लोगों ने निर्धारित किराया नहीं लागू किया है। फिर हर कोई निर्धारित किराया नहीं दे सकता। ऐसे में हम लोग यहां पर शेयरिंग ऑटो को संचालित कर रहे हैं। ऐसे में एक ही जगह पर जाने पर तीन लोग समान किराया देते हैं तो निर्धारित किराए की लागत निकल आती है।

Posted By: Inextlive