टूरिज्म डिपार्टमेंट के होटल गोमती में बार मैनेजर के पद पर तैनात अशोक पाठक ने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उन्होंने दो पेज का सुसाइड नोट लिखा। पहला सुसाइड नोट प्रमुख सचिव गृह और दूसरा पुलिस कमिश्नर को लिखा था जिसे पुलिस ने मौके से बरामद किया। घटना के समय घर पर उनका बेटा बेटी और बहू मौजूद थी। अशोक ने छत पर जाकर गले में सटाकर गोली मारी।

लखनऊ (ब्यूरो)। पुलिस के मुताबिक फायरिंग की आवाज सुनकर बेटा, बेटी और बहू दौड़कर मौके पर पहुंची। उन्हें गंभीर हालत में चंदन हॉस्पिटल लेकर जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने होटल के मैनेजर समेत विभाग के कुछ लोगों पर प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए गाजीपुर पुलिस को तहरीर दी है। सुसाइड नोट में भी उन्हें साजिश में फंसाने का जिक्र किया है।

होटल से लौट कर मारी गोली
गाजीपुर थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर सेक्टर 11 निवासी अशोक पाठक 30 वर्षों से टूरिज्म डिपार्टमेंट में तैनात थे। वह लंबे समय से टूरिज्म डिपार्टमेंट के हजरतगंज स्थित कमिश्नर आवास के सामने गोमती होटल के बार में मैनेजर के पद पर तैनात थे। उनके बेटे शशांक ने बताया कि पिता अशोक सुबह होटल गए थे और दोपहर करीब 2 बजे वापस लौटे। वापस लौटने पर वह परेशान थे। उस समय घर में शशांक उनकी पत्नी मुनमुन और बहन शिवानी घर पर मौजूद थी जबकि मां ममता स्कूल में थी। दोपहर 2.30 बजे अशोक अपनी 32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर लेकर छत पर गए और गले में सटा कर गोली मार ली। फायरिंग की आवाज सुनकर शशांक, शिवानी और मुनमुन भाग कर छत पर पहुंचे, जहां वह लहूलुहान हालत में छत पर पड़े थे। उन्हें तत्काल इलाज के लिए चंदन हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

सुबह रोकर गए थे होटल
शशांक ने बताया कि पिछले कई दिनों से होटल के मैनेजर संगीत गर्ग समेत होटल के पुराने मैनेजर उन्हें कई दिनों से प्रताडि़त कर रहे थे। उनसे लगातार पैसों की डिमांड की जा रही थी। पिता अशोक से लगातार 16 से 18 घंटे काम लिया जा रहा था। किसी फर्जी मामले में फंसाने की साजिश रची जा रही थी। शशांक ने बताया कि शनिवार सुबह पिता अशोक इस कदर टूट गए थे कि रो कर वह होटल गए थे। वापस लौटने पर भी वह काफी परेशान थे।

9 दिन का व्रत था
अशोक की पत्नी ने एक वीडियो में बताया कि पति नवरात्र व्रत थे। बावजूद इसके मैनेजर उनसे 16 से 18 घंटे तक काम ले रहे थे। मैनेजर की प्रताडऩा की वजह से अशोक ने तीन दिन से कुछ भी नहीं खाया था। अवसाद में आकर शनिवार को उन्होंने आत्महत्या कर ली। पत्नी ममता ने पुलिस प्रशासन से होटल मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

फंसाने की बात लिखी
अशोक ने मरने से पहले सुसाइड नोट में लिखा कि सुरेश पाल उन्हें किसी की आत्महत्या के मामले में झूठे केस में फंसाने की साजिश रच रहे हैं। इसकी वजह से वह बेहद आहत हैं। दरवाजे पर पुलिस आएगी तो आत्मसम्मान को ठेस पहुंचेगा इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं।

क्लेम लेने से भी मना किया
अशोक ने अपनी पत्नी और बच्चों के नाम भी एक नोट लिखा है। इसमें लिखा है कि उनकी मौत के बाद कोई भी क्लेम लेने निगम कार्यालय न जाए। इंस्पेक्टर अनिल कुमार का कहना है कि सुसाइड नोट की जांच की जा रही है। सुरेश पाल कौन है इसका भी पता लगाया जा रहा है। अशोक के परिवार में उनकी पत्नी स्कूल टीचर है जबकि बेटा बीटेक करने के बाद बंगलूरू की एक कंपनी में जॉब करता है। एक साल पहले ही अशोक ने बेटे की शादी की थी। वहीं बेटी एमए करने के बाद हैदराबाद से पढ़ाई करने जाने वाली थी। अशोक की मौत से पूरा परिवार टूट गया। पत्नी ममता ने रोक-रोक पति द्वारा उठाये गये कदम के लिए जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों के खिलाफ सख्ती कार्रवाई की मांग की है।

Posted By: Inextlive