- खुद को केंद्रीय गृह मंत्री बताकर भाजपा नेता से ठगी की कोशिश

- भाजपा नेताओं को मंत्री बनाने और विधान परिषद व विधान सभा का टिकट दिलाने का देते थे झांसा

- हजरतगंज पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने किया खुलासा

LUCKNOW : केंद्रीय गृह मंत्री व उनका निजी सचिव बनकर विधायकी का टिकट दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाला गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ा है। हजरतगंज पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने गैंग का खुलासा किया है। आरोपी भाजपा नेताओं को मंत्री, विधान परिषद सदस्य बनाने और विधान सभा का टिकट दिलाने का झांसा देकर रुपयों की मांग करते थे।

चार आरोपी गिरफ्तार

इंस्पेक्टर हजरतगंज श्यामबाबू शुक्ल के मुताबिक प्रयागराज निवासी भाजपा नेता रीता सिंह ने इस संबंध में एफआइआर दर्ज कराई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच और हजरतगंज की टीम ने पड़ताल शुरू की। छानबीन के दौरान पुलिस ने उत्तराखंड के पंत नगर निवासी शमीम अहमद, इस्लामाबाद कस्बा सितारगंज निवासी हसनैन अली, नवाबगंज बरेली निवासी जाने आलम और बलिया के रानीगंज कोटवा बैरिया निवासी हिमांशु सिंह को गिरफ्तार किया गया।

टोकन मनी लेकर गायब हो जाते थे

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे छोटे स्तर के भाजपा नेताओं को विधानसभा व विधान परिषद का टिकट दिलवाने के साथ मंत्री बनाने के लिए खुद को बड़ा नेता और उनका पीए बताते थे। इसके बाद भाजपा नेताओं को फोन कर भरोसा दिलाते थे कि उन्हें टिकट या मंत्री पद मिल जाएगा। इसके बाद टोकन मनी लेकर भाग जाते थे।

एक करोड़ रुपये की डिमांड की थी

प्रयागराज निवासी रीता सिंह से भी ठगों ने धोखाधड़ी की कोशिश की थी। आरोपितों ने खुद को केंद्रीय गृह मंत्री व उनके पीए के नाम पर एक करोड़ रुपये टोकन मनी मांगी थी। रीता को आरोपी विधान परिषद सदस्य व यूपी सरकार में मंत्री बनवाने का झांसा दे रहे थे।

गृहमंत्री बनकर हसनैन ने की थी बात

गिरफ्तार किए गए हसनैन सिंह ने रीता सिंह से खुद को गृहमंत्री बताकर फोन पर बात की थी। इससे पहले भी आरोपितों ने एक व्यक्ति से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से आगामी विस चुनाव में टिकट दिलाने का झांसा देकर चार लाख रुपये टोकन मनी ली थी। इसके लिए आरोपितों ने पीडि़त से पार्टी अध्यक्ष बनकर बात की थी। छानबीन में पता चला है कि गिरोह में शामिल शाहिद खां ने गृहमंत्री का पीए बनकर रीता से बात की थी। पुलिस शाहिद और उसके साथी बब्लू उर्फ विजय की तलाश कर रही है। गुरुवार को भी पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी की, लेकिन जालसाजों का सुराग नहीं लगा।

Posted By: Inextlive