City के banks और ATM safe नहीं हैं. ये हैं चोरों और ठगों के लिए soft target. छह महीनों में ATM में टप्पेबाजी ठगी और चोरी के एक दर्जन मामले सामने आ चुके हैं. Bank में तो चोरी टप्पेबाजी ठगी के साथ murder कर लूट का प्रयास भी किया जा चुका है.


LUCKNOW: सिटी के बैंक और एटीएम सेफ नहीं हैं। यहां आप कभी भी ठगी या लूट का शिकार हो सकते हैं। ताजा मामला चौक में बैंक आफ बड़ौदा में पैसे जमा करने आये दिनेश का है। ठाकुरगंज के तहसीनगंज में रहने वाले अमित सिंघल चौक में व्यापारी हैं। उन्होंने अपने नौकर दिनेश को मंगलवार को कोनेश्वर चौराहे के पास बैंक आफ बड़ौदा में अपने एकाउंट में 18 हजार चार सौ रुपये जमा करने के लिए भेजा था।दिनेश बैंक में पहुंचा तो उसे एक युवक मिला जिसने दिनेश की हेल्प की बात कही और पैसे जमा करने के लिए फार्म भरने लगा। फार्म भरने के बाद युवक ने दिनेश से जमा करने के  लिए पैसे लिये और दिनेश को फार्म की फोटो कापी करा कर लाने को कहा। दिनेश फोटो कापी कराकर लौटा तो युवक गायब हो चुका था। दिनेश ने यह बात अपने मालिक अमित को बतायी।


अमित ने चौक थाने में मामला दर्ज कराया है। वहीं बैंक एडमिनिस्ट्रेशन सीसीटीवी कैमरे दिखाने में आनाकानी करता रहा। पिछले चार पांच महीनों की बात करें तो एटीएम के साथ साथ बैंक भी अनसेफ की कैटेगरी में आ गये हैं। यहां बैंक की गाडिय़ों से रिवाल्वर के बूते कैश लूटे गये वहीं बैंक से साढ़े 28 लाख की चोरी की घटना भी हुई। अलीगंज में साउथ इण्डियन बैंक के गार्ड गोविंद की बदमाशों ने चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी।गार्ड की हत्या कर लूट का प्रयासबैंकों में इससे पहले भी घटनाएं होती रही हैं लेकिन बैंक एडमिनिस्ट्रेशनसिक्योरिटी गार्ड होने के बाद भी ऐसी घटनाओं को रोक पाने में नाकाम साबित हो रहा है। 21 दिसम्बर को अलीगंज में ओल्ड चांदगंज में साउथ इंडिया बैंक के गार्ड की चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी गयी और चपरासी को घायल कर बादमाशों ने आधे घंटे तक बैंक के कई कर्मचारियों को बंधक बनाये रखा।बदमाशों की संख्या तीन थी और वह बैंक के लॉकर की चाभी की डिमांड कर रहे थे। लॉकर की चाभी बैंक मैनेजर के पास थी। इस लिये बदमाश अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाये और फरार हो गये। पुलिस घटना के एक हफ्ते बाद भी कोई सुराग नहीं लगा पायी है। 17 लाख की लूट

दो अगस्त को गाजीपुर थाने के नजदीक एचएएल के पास पंजाब नैशनल बैंक की शाखा के पास से एटीएम में जमा होने जा रहे पैसे से भरे ब्रीफकेस को बदमाश तमंचे की नोक पर लूट ले गये.  लापरवाही का आलम यह था कि 17 लाख रुपये से भरी अटैची को बैंक में कैंटीन चलाने वाले युवक के जरिये वैन तक पहुंचाने का काम किया जा रहा था।जबकि यह काम बैंक कर्मचारियों का होता है। पुलिस ने घटना का खुलासा करने का दावा तो किया था लेकिन पूरा पैसा आजतक बरामद नहीं हो सका।चोरी हो गये साढ़े 28 लाखकाकोरी के आर्यव्रत बैंक से बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से 28 लाख 40 हजार रुपये चोरी हो गये थे। घटना 5 और 6 नवम्बर के बीच की थी। हालांकि घटना के कुछ ही दिन बाद पुलिस ने खुलासा करते हुए बैंक कैशियर और एडहॉक बेस पर नौकरी करने वाले चपरासी को अरेस्ट किया था और लगभग पूरे पैसे बरामद कर लिये थे।एटीएम तोडऩे का प्रयासएटीएम सुविधा लेने के साथ कार्ड को संभाल कर रखें। जरा सी लापरवाही या जानकारी के अभाव में लम्बी चपत लग सकती है। सिटी में ऐसे लोग लगातार जालसाजों का शिकार बन रहे हैं।

पिछले चार महीनों के दौरान कई लोगों के साथ ठगी का मामला सामने आया तो कई एटीएम से चोरी करने का प्रयास भी किया गया। चिनहट, कैंट और गाजीपुर इलाके में चार एटीएम को तोडऩे का प्रयास किया गया लेकिन कहीं भी एटीएम से कैश निकालने में बदमाश कामयाब नहीं हो पाये। कैंट के तेलीबाग में एक्सिस बैंक के एटीएम का शीशा तोड़ कर चोरी का प्रयास किया गया लेकिन बदमाश नाकाम रहे।इसी तरह चिनहट में भी एक्सिस बैंक के एटीएम का शटर काट कर चोरी का प्रयास किया गया लेकिन आसपास के लोगों के जाग जाने के कारण बदमाशों की मंशा पूरी नहीं हो सकी। गाजीपुर में पंजाब नैशनल बैंक के एटीएम से चोरी का प्रयास किया गया लेकिन एटीएम मशीन डैमेज करते समय अलार्म बज गया और बदमाश एटीएम छोड़ कर भाग गये। बदमाशों की तस्वीर एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी लेकिन पुलिस बदमाशों का सुराग आज तक नहीं लगा पाई. ATM के पास ठगों का जमावड़ाएटीएम का यूज करते समय इस बात का खास ध्यान रखें की कोई अनजान व्यक्ति एटीएम बूथ में आपके साथ तो नहीं है। अगर है तो पहले उसे बूथ से बाहर कर दें उसके बाद ही अपना ट्रांजेक्शन करें। आपकी जरा सी लापरवाही आपके एकाउंट बैंलेंस को निल कर सकती है।
हाल ही में गोमतीनगर पुलिस के हत्थे चढ़े दो हाईटेक ठगों ने कम्प्यूटर और आन लाइन शापिंग के जरिये दो दर्जन से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया और लाखों रुपये का चूना लगा दिया। शातिर दिमाग बीटेक के दो स्टूडेंट्स एसबीआई के एटीएम बूथ में आने वाले कस्टमर का 19 डिजिट का एटीएम नम्बर ले लेते थे और पासवर्ड इंटर करते वक्त पासवर्ड नोट कर लेते थे।फिर एटीएम कार्ड तो कस्टमर के पॉकेट में होता था लेकिन एकाउंट बैलेंस खाली होता रहता था। 1.14 लाख निकल गए एटीएम सेएटीएम से 1.14 लाख रुपए की चपत ए-ब्लाक इन्दिरानगर के उमेश चन्द्र ठाकुर को लगी है। उमेश ने इस बारे में गाजीपुर थाने में फ्राड का मामला दर्ज कराया। उमेश का पंजाब नेशनल बैंक में एकाउण्ट है। उमेश को पता ही नहीं चला और एटीएम के जरिए पिछले दिनों उनके एकाउण्ट से रुपए निकाल लिए गए। एटीएम कार्ड बनवाकर निकाले 1.68 लाखबख्शी का तालाब के एमएल प्रजापति को पता ही नहीं चला और उनके नाम पर एडीएम कार्ड जारी कराकर एकाउण्ट से 1.68 लाख रुपए निकाल लिए गए। प्रजापति का एसबीआई में एकाउण्ट है। उनके पास पिछले दिनों एटीएम कार्ड की जांच करने के नाम पर एक व्यक्ति मिला था। शक है कि उसी व्यक्ति ने फर्जी तरीके से एटीएम कार्ड जारी कराकर एकाउण्ट से रुपए निकाले।गुम हुए एटीएम से हजारों की चपत अशर्फाबाद के चन्द्राज सिन्हा को चंद घण्टों में एटीएम कार्ड से 21 हजार रुपए की चपत लग गई। कैश निकालने के दौरान गुम हुए कार्ड को खोजते हुए चन्द्राज बैंक पहुंचे तो पता चला कि उनके एटीएम कम डेबिट कार्ड से किसी ने कुछ घण्टों के दौरान 21 हजार रुपए की खरीदारी कर ली है। बैंक कर्मियों को सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था सुनिश्चित करने और उसके रखरखाव के लिए बैंक अधिकारियों से कहा गया है। सिटी के ज्यादातर बैंक के आसपास पुलिस पिकेट और सिपाहियों की ड्यूटी होती है। जहां तक एटीएम का सवाल है यहां बैंक कर्मियों को अपने गार्ड रखने होते हैं। -डीके ठाकुर, डीआईजी।Reorted By : Yasir Raza

Posted By: Inextlive