- राजधानी में गंभीर रोगियों के लिए आक्सीजन का बड़ा संकट

- कालाबाजारी के चलते फूट रहा गुस्सा,

रुष्टयहृह्रङ्ख : कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या और अस्पतालों में इलाज के अभाव में मरीजों के साथ तीमारदारों का सब्र भी टूटता जा रहा है। अपनों की सांसें चलाने के लिए कई गुना कीमत चुकाने को तैयार लोगों को आक्सीजन नहीं मिल पा रही है। इसके कारण लगातार लोगों का धैर्य जवाब दे रहा है जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा भी पैदा हो गया है।

कई घंटे लगे लाइन में

सोमवार को राजाजीपुरम में कई घंटे लाइन में लगने के बावजूद जब आक्सीजन नहीं मिली तो लोगों की नाराजगी बढ़ती गयी। आखिरकार लोगों को सब्र टूट गया और आक्सीजन प्लांट का घेराव कर दिया। नाराज लोगों ने वहां मौजूद ड्रग इंस्पेक्टर को भी पकड़कर खड़ा कर लिया। दरअसल राजाजीपुरम निवासी राजीव बंसल की तालकटोरा के गढ़ीकनौरा में आयुध आक्सीजन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से आक्सीजन प्लांट है। कोरोना वैश्विक महामारी के चलते तीमारदार सुबह से आक्सीजन सिलिंडर लेने के लिए लाइन लगाए हुए थे। दोपहर लगभग दो बजे ड्रग इंस्पेक्टर प्लांट पर पहुंची और सबको जाने को कहा। ड्रग इंस्पेक्टर ने फैक्ट्री संचालक को केवल अस्पताल में सप्लाई देने को कहा। इतने पर तीमारदार आक्रोशित हो गए और लोगों ने ड्रग इंस्पेक्टर को घेर लिया। ड्रग इंस्पेक्टर ने मामले की जानकारी आलमबाग पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे आलमबाग इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह ने लोगाें को समझा-बुझाकर शांत कराया और लाइन में लगे तीमारदारों को सिलिंडर दिलवाए।

Posted By: Inextlive