- केसरीखेड़ा वार्ड में हो रहे अवैध कब्जों को लेकर स्थानीय लोगों के साथ सपा पार्षदों ने निगम परिसर में दिया धरना

- सुबह से शाम तक चले सदन में बदहाल डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन, स्ट्रीट लाइट व्यवस्था का भी मुद्दा उठा

LUCKNOW

लंबे इंतजार के बाद हुई सदन की सामान्य बैठक में जन सुविधाओं को लेकर विपक्ष से ज्यादा भाजपा पार्षदों का दर्द छलका। एक तरफ जहां सदन से पहले केसरीखेड़ा वार्ड में हो रहे अवैध कब्जों के विरोध में स्थानीय लोगों के साथ मिलकर निगम मुख्यालय परिसर में सपा पार्षदों ने धरना दिया और अधिकारियों के घेराव का प्रयास किया। वहीं दूसरी तरफ सदन के शुरू होते ही पार्षद जल निगम की कार्यप्रणाली को लेकर आक्रामक रहे। करीब छह घंटे तक पार्षदों की ओर से दूषित जलापूर्ति, सीवरेज समस्या पर मंथन किया गया, वहीं लंच के बाद पार्षदों की ओर से बदहाल डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था और स्ट्रीट लाइट का मुद्दा उठाया गया।

सीवर के कनेक्शन नहीं

मेयर संयुक्ता भाटिया की अध्यक्षता में लालबाग स्थित निगम मुख्यालय सभागार में हुई बैठक सुबह 10.30 बजे शुरू हुई। जिसमें सबसे पहले भाजपा पार्षद देव शर्मा मिश्रा की ओर से सीवर कनेक्शन का मुद्दा उठाया गया। उन्होंने कहाकि उनके वार्ड में प्रॉपर सीवर के कनेक्शन नहीं दिए गए हैं।

सड़क को कर दिया बर्बाद

भाजपा पार्षद नागेंद्र सिंह व अन्य पार्षदों ने कहाकि जल निगम की ओर से सीवर-पेयजल लाइन डालने के लिए कई इलाकों में रोड्स की कटिंग की गई हैं। सीवर-पेयजल लाइन डालने का काम पूरा हो गया है लेकिन अभी तक रोड्स का मेंटीनेंस नहीं कराया गया है। जिससे हादसे हो रहे हैं।

दूषित जलापूर्ति दे रही टेंशन

सपा पार्षद अमित चौधरी ने कहाकि उनके वार्ड में आए दिन दूषित जलापूर्ति की समस्या रहती है। इसकी वजह से बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई अन्य पार्षदों ने भी यही समस्या रखी।

अधिकारी को बुलाने की मांग

पार्षदों की ओर से मांग रखी गई कि तत्काल सदन में जल निगम के एमडी को बुलाया जाए। करीब एक घंटे के बाद जल निगम से एक एक्सईएन आए और पार्षदों से रूबरू हुए। पार्षदों ने साफ कहाकि अगर एक्सईएन उनकी समस्याओं का निस्तारण कर सकते हैं तो ही वे बात करेंगे। मेयर के कई बार समझाने पर पार्षद बात करने को तैयार हुए। एक्सईएन की ओर से आश्वस्त किया गया कि जहां भी रोड्स खराब हैं।

जलभराव-अतिक्रमण का मुद्दा उठा

भाजपा पार्षद कुमकुम राजपूत और पार्षद रुपाली गुप्ता की ओर से अपने-अपने वार्ड में जलभराव और अतिक्रमण की समस्या का मुद्दा उठाया गया। मेयर ने आश्वासन दिया कि जल्द ही समस्याओं का निस्तारण होगा।

बनाई जाएगी लिस्ट

नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने निर्देश दिए कि ऐसी रोड्स चिन्हित की जाएंगी, जो सीवर या पेयजल लाइन डालने की वजह से क्षतिग्रस्त हुई हैं। इसके बाद उक्त लिस्ट को जलनिगम के पास भेजा जाएगा। जिससे उनका मेंटीनेंस कराया जा सके।

हंगामा करते रहो.मैं जा रही हूं

दोपहर 12.35 के आसपास जल निगम के मुद्दे को लेकर सदन में जोरदार हंगामा हुआ। पहले तो मेयर ने पार्षदों से शांत रहने की अपील की लेकिन जब स्थिति लगातार खराब होती गई तो मेयर ने सदन को स्थगित कर दिया और सदन से उठकर अपने कक्ष में चली गईं। इसके बाद सपा पार्षदों ने सदन कक्ष में जमकर नारेबाजी की।

तेवर दिखे सख्त

पार्षदों के समझाने के बाद करीब 12.50 पर मेयर सदन कक्ष में वापस लौटीं लेकिन इस बार उनके तेवर सख्त रहे। उन्होंने साफ कहाकि अगर आप हल्ला मचाने आए हैं तो मचाते रहें। मैं तो यही चाहती हूं कि सदन से ऐसे निर्णय लिए जाएं जो जनता के लिए हितकारी हों।

शाम तीन बजे के बाद पार्षदों की ओर से डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन का मुद्दा उठाया गया। पार्षदों की ओर से कहा गया कि 40 फीसद घरों से ही वेस्ट कलेक्ट हो रहा है और शिवरी प्लांट में ही कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। ऐसे में ईकोग्रीन कंपनी का अनुबंध समाप्त कर दिया जाए। पार्षदों ने यह भी कहाकि कंपनी की ओर से कितना यूजर चार्ज वसूला जा रहा है और कितना वेस्ट कलेक्ट हो रहा है, इसको लेकर कमेटी बना दी जाए। इस पर मेयर ने कहाकि अनुबंध तो निरस्त हो जाएगा लेकिन उसके बाद पार्षदों को घरों से वेस्ट कलेक्ट करवाने के साथ उसे शिवरी प्लांट भिजवाने और वहां कूड़े के प्रोसेसिंग की व्यवस्था करनी होगी। इस पर कई पार्षद बैकफुट पर आ गए।

नगर आयुक्त ने दिया डेटा

नगर आयुक्त ने डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था की वर्तमान स्थिति बताई और डेटा रखा। उन्होंने बताया कि 1 लाख 93 हजार घरों से वेस्ट उठ रहा है। जबकि कुल साढ़े पांच लाख घर हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वेस्ट कलेक्शन के लिए 405 गाडि़यां लगाई गई हैं। अगर 550 और गाडि़यां मिल जाएं तो सभी वार्डो में वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था बेहतर हो जाएगी।

2 लाख 35 हजार प्वाइंट्स बने

स्ट्रीट लाइट्स की स्थिति को लेकर भी पार्षद खासे नाराज रहे। पार्षदों ने मुद्दा उठाया कि ईईएसएल की ओर से खराब स्ट्रीट लाइट्स को नहीं बदला जा रहा है। भाजपा पार्षद रामकृष्ण ने सवाल उठाया कि आखिर क्या वजह है कि कंपनी काम नहीं कर रही हैं। इस पर नगर आयुक्त ने बताया कि कंपनी की ओर से करीब 2 लाख 35 हजार नए प्वाइंट्स पर लाइट लगाई गई हैं। इनका भुगतान किया जाना है। ईईएसएल द्वारा लाइट्स लगाने से बिजली सेविंग भी हुई है, जिसका सीधा लाभ निगम को बचत के रूप में हुआ है। पार्षदों ने मांग रखी कि कितने प्वाइंट्स पर लाइट लगी, इसकी जांच के लिए पोल पर नंबरिंग कराई जाए।

विपक्ष की कुर्सियां हो गईं खाली

लंच के बाद धीरे-धीरे विपक्ष के ज्यादातर पार्षद सदन से बाहर चले गए। हालांकि नेता सदन सपा सै। यावर हुसैन रेशू, सपा पार्षद अमित चौधरी, कांग्रेस पार्षद ममता चौधरी और गिरीश मिश्रा सदन के खत्म होने तक अपनी उपस्थिति दर्ज कराए रहे।

सदन की झलकियां

1-दिन भर शांत नजर आए नेता सदन सपा

2-भाजपा पार्षद ज्यादा दिखे आक्रामक

3-शासनादेश को लेकर नेता सदन सपा और भाजपा पार्षद में नोकझोंक

4-मेयर की घोषणा से पहले ही कई पार्षदों ने लंच करना शुरू कर दिया

5-जब एक भाजपा पार्षद ने मजाक में कहा ज्यादा मांगें मत रखो, चुनाव नजदीक है

6-कांग्रेस पार्षद गिरीश ने कहाकि जनता तो अब हमारा मुंह नोचने का प्रयास करती है

जब खुद फंस गए पार्षद

Posted By: Inextlive